कैथल, सच कहूं /कुलदीप नैन | देशभर में कोविड-19 के नए वैरिएंट के केस सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। जिला स्वास्थ्य अधिकारियो की ओर से अस्पताल स्टाफ को अलर्ट रहने के अलावा मेडिकल किट और अन्य सुविधाएं तैयार रखने को कहा गया हैं। इसके साथ ही, कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए गए है। जिनमे मुख्यत साँस के गंभीर रोगियों की शत प्रतिशत कोरोना जांच करने का निर्देश दिए गए है | स्वास्थ्य विभाग का कहना हैं कि यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द आदि जैसे लक्षणों में कोई गिरावट महसूस होती है, तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में रिपोर्ट करें।
खांसी जुकाम के मरीजो की 5 प्रतिशत जाँच
इसके अलावा अस्पतालों में आने वाले खांसी जुकाम के पांच प्रतिशत मरीजो की जाँच के आदेश दिए गये है | हालाँकि वर्तमान में जिला नागरिक अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। अधिकांश मरीजों को बुखार की शिकायत है, लेकिन वे तेजी से ठीक हो रहे हैं। सर्दी-जुकाम के मामले भी फिलहाल कम हैं।
अब तक 6 के सैम्पल लिए, सभी नेगेटिव
जिला नागरिक अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहाँ पर वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, कंप्रेशर और अन्य मेडिकल उपकरण रखे गए हैं। दवा के साथ ही मेडिकल किट, एप्रन, ग्लव्स व मास्क की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही फ्लू ओपीडी भी शुरू की गयी है | संदिग्ध केसों को लेकर सैंपलिंग की जा रही है। अभी तक छह सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अस्पताल में खांसी, जुकाम व बुखार के लक्षण नजर आने पर फ्लू ओपीडी में जांच की जा रही है। वहीं लोगों को मास्क लगाने बारे भी जागरूक किया जा रहा है
बंद पड़े आक्सीजन प्लांट की सप्लाई आईसीयू से जोड़ी गयी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिक अस्पताल में आईसीयू भी बनाया गया है लेकिन इसमें अभी काफी कमियां भी है | यहां पर विशेषज्ञ स्टाफ व चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। आक्सीजन सप्लाई को जोड़ा तो गया है लेकिन इसके बावजूद काम आक्सीजन सिलेंडरो से ही चलाना पड़ेगा क्योकि अस्पताल में आक्सीजन प्लांट दो साल से बंद पड़ा है। कोरोना महामारी में भी आक्सीजन की कमी के चलते लोगो को काफी दिक्कत आई थी |
गाइडलाइन के अनुसार सांस के जो गंभीर मरीज है और जिनमे कोरोना के लक्षण लग रहे है उनकी जाँच की जाएगी | खांसी जुकाम के मरीज ज्यादा नहीं है | राहत की बात है अभी तक जिले में कोई कोरोना का केस नहीं आया है | 6 सैंपल लिए गये थे सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है | नागरिको को घबराने की जरूरत नहीं है |
डॉ सचिन मांडले , पीएमओ , कैथल