मौसम में ठंडक, लेकिन किसानों की चिंता बढ़ी
पक्का कलां (सच कहूँ/पुष्पिन्द्र सिंह)। Pakka Kalan News: लगातार बारिश ने जहां तापमान में कमी लाकर मौसम को सुहावना बना दिया है, वहीं इसने वैकल्पिक खेती करने वाले किसानों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। बारिश ने लोगों के चेहरों पर रौनक तो लाई, लेकिन सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। खेतों में पानी भरने से सब्जियों की फसलें लगभग नष्ट हो चुकी हैं, जिसके चलते सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। Agricultural News
सब्जियों के दाम बढ़े
किसान इकबाल सिंह ने बताया कि उन्होंने गेहूं-धान के फसली चक्र से हटकर वैकल्पिक खेती को अपनाया था। इसके तहत उन्होंने हरी मिर्च, कद्दू, चौले और ग्वार जैसी सब्जियों की बिजाई की थीं। लेकिन बारिश के कारण खेतों में पानी जमा होने से उनकी फसलें बर्बाद हो गईं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ। इसी तरह, बलवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने तीन कनाल खेत में हरी मिर्च की खेती की थी, जो बारिश की मार से पूरी तरह नष्ट हो गई। सब्जियों की पैदावार कम होने से बाजार में उनके दाम बढ़ गए हैं, जिसके चलते आम लोगों को महंगी सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं।
सरकार से मुआवजे की मांग | Agricultural News
भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर इकाई के अध्यक्ष जब्बरजंग सिंह ने सरकार से मांग की है कि वैकल्पिक खेती करने वाले किसानों को बारिश के कारण हुए फसली नुकसान के लिए उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों ने मेहनत और पूंजी लगाकर फसलें उगाई थीं, लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण उनकी मेहनत पर पानी फिर गया।
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