Sitapur police encounter: नोएडा। उत्तर प्रदेश की विशेष कार्यबल (एसटीएफ) की नोएडा इकाई तथा सीतापुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी हत्याकांड से जुड़े दो वांछित इनामी अपराधी मुठभेड़ में मारे गए। दोनों अपराधियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। Sitapur Encounter
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीती रात थाना पिसावां क्षेत्र में पुलिस ने एक सटीक गुप्त सूचना के आधार पर घेराबंदी कर मुठभेड़ को अंजाम दिया। इस दौरान दोनों अपराधी पुलिस की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए। प्राथमिक उपचार हेतु उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल सीतापुर रेफर किया गया। उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
एसटीएफ के अनुसार, मारे गए अपराधियों की पहचान राजू तिवारी उर्फ रिजवान तथा संजय तिवारी उर्फ शिब्बू उर्फ शकील खान के रूप में हुई है। दोनों सीतापुर जनपद के मिसरिख थाना अंतर्गत अटवा गांव के निवासी थे। उल्लेखनीय है कि ये दोनों ही पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या के मुख्य आरोपी थे।
राजू तिवारी ने उपनिरीक्षक परवेज़ अली की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी
पुलिस रिकार्ड के अनुसार, राजू तिवारी उर्फ रिजवान ने वर्ष 2006 में लखीमपुर खीरी जनपद में तैनात उपनिरीक्षक परवेज़ अली की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी और उनकी सरकारी रिवॉल्वर भी लूट ली थी। वहीं, संजय तिवारी उर्फ शकील खान ने वर्ष 2011 में देवी सहाय शुक्ल नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की थी। इन दोनों अपराधियों के विरुद्ध हत्या, लूट, डकैती तथा अन्य गंभीर अपराधों के दो दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। ये दोनों लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे और राज्य के लिए चुनौती बन चुके थे।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इन अपराधियों की तलाश में निरंतर प्रयास किए जा रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई ने राघवेंद्र हत्याकांड की जांच को एक नई दिशा दी है। पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है, ताकि हत्या की साजिश में शामिल सभी लोगों को कानून के कठघरे में लाया जा सके। Sitapur Encounter
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