कॉलोनाइजरों ने सस्ती दरों पर जमीन खरीद कर अवैध रूप से कर रखी थी प्लॉटिंग
- मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की टीम ने की ध्वस्तीकरण की कार्यवाही, अवैध प्लाटिंग करने वालों के होश फाख्ता
कैराना (सच कहूँ न्यूज़)। Kairana News: मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की टीम ने कैराना पहुंचकर कॉलोनाइजरों द्वारा अवैध रूप से की गई प्लॉटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। एमडीए की कार्रवाई से अवैध रूप से प्लाटिंग करने वालों के होश फाख्ता हो है। वहीं, एमडीए कैराना में अवैध कॉलोनियों पर बड़े पैमाने पर कार्यवाही करने की तैयारी में है। Kairana News
शुक्रवार को विकास प्राधिकरण मुजफ्फरनगर(एमडीए) उपाध्यक्ष कविता मीना के निर्देश पर विभाग की छह सदस्यीय टीम सहायक अभियंता हितेश गुप्ता के नेतृत्व में कैराना पहुंची। जहां पर उन्होंने पुलिस बल के साथ में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू की। टीम दो जेसीबी मशीन अपने साथ में लेकर आई थी। टीम ने कस्बे के पानीपत तिराहे के निकट सैय्यद, अय्यूब व नौशाद द्वारा 36 बीघा तथा इरफान व यासीन द्वारा कैराना-कांधला मार्ग पर दस बीघा भूमि पर अनाधिकृत रूप से की गई अवैध प्लाटिंग को जेसीबी मशीनों से ध्वस्त करा दिया। इस दौरान कॉलोनाइजरों द्वारा बनाए गए कमरों व प्लॉटों की चहारदीवारी को जेसीबी मशीन से गिरा दिया गया। साथ ही, प्लॉटों के लिए खुदवाई गई नींव को मिट्टी भरकर समतल कर दिया। टीम ने बिना अनुमति के पुनः प्लॉटिंग करने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है।
कई अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की दरकार | Kairana News
कस्बे में चारों ओर अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल फैला हुआ है। सीधे-सादे लोग इन कॉलोनियों में अपने खून-पसीने की गाढ़ी कमाई लगाकर प्लाट खरीदते है। बिना अनुमति के बसाई गई इन कॉलोनियों पर जब प्रशासन कार्यवाही करता है, तब प्रोपर्टी डीलर अपना पल्ला झाड़ लेते है। ऐसे में प्लाट खरीदने वाले लोग स्वयं को ठगा महसूस करते है। करीब दो वर्ष पूर्व तहसील प्रशासन ने कस्बे की ज्यादातर कॉलोनियों को अवैध बताते हुए प्रॉपर्टी डीलरों को नोटिस दिए थे। हालांकि प्रशासन की कार्यवाही केवल नोटिस तामील कराने तक ही सीमित रह गई थी। इन कॉलोनियों पर नोटिस में दी गई समयावधि पूरी होने के बावजूद कोई कार्यवाही नही हुई थी। ऐसे में इन कॉलोनियों पर भी एमडीए की कार्यवाही की दरकार है।
प्रोपर्टी डीलरों पर मेहरबान रहा है तहसील प्रशासन
जिला प्रशासन के निर्देश पर दो वर्ष पूर्व स्थानीय अधिकारियों ने अवैध रूप से कॉलोनी बसाने वाले क्षेत्र के करीब अस्सी प्रोपर्टी डीलरों की सूची तैयार की थी। तहसील प्रशासन की ओर से उन्हें नोटिस भी थमाए गए थे, लेकिन बाद में सांठ-गांठ के चलते मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। यही वजह है कि अवैध रूप से प्लॉटिंग करने वाले इन जालसाजों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही न होने के कारण उनके हौसले बुलंद है। हालांकि एमडीए की कार्यवाही भी पर्याप्त नही है।
14 वर्षों में दूसरी बार हुई एमडीए की कार्रवाई
वर्ष-2011 में बसपा शासनकाल के दौरान शामली जनपद का गठन हुआ था। 14 वर्ष बाद आज भी जनपद शामली का कार्यक्षेत्र मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के अंतर्गत निहित है। एमडीए ने दिसम्बर-2023 में कैराना के मोहल्ला अफगानान में स्थित पहली बार अवैध कॉलोनी पर कार्यवाही की थी। कैराना में अवैध कॉलोनियों की भरमार है। शुक्रवार को एमडीए की टीम ने मात्र दो स्थानों पर कार्यवाही की है। अनेकों ऐसी अवैध कॉलोनियां है, जिन पर कार्यवाही न किया जाना एमडीए की निष्पक्षता के ऊपर प्रश्नचिन्ह लगाता है। Kairana News
इन्होंने कहा;-
‘उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कस्बे में विभिन्न जगहों पर 46 बीघा भूमि पर प्राधिकरण से तलपट मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अनाधिकृत रूप से की गई अवैध प्लॉटिंग के निर्माण को ध्वस्त कराया गया है। अवैध प्लॉटिंग के विरूद्ध प्राधिकरण द्वारा पूर्व में नोटिस जारी किये गये थे, जिसमें चालानी कार्यवाही के उपरांत ध्वस्तीकरण के आदेश निर्गत किये गये थे। अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध कार्यवाही जारी रहेगी।- हितेश गुप्ता, सहायक अभियंता, मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण।’
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