नई दिल्ली। इज़राइली नौसेना ने रविवार सुबह यमन की राजधानी सना के दक्षिण में स्थित एक विद्युत उत्पादन केंद्र पर घातक हमला किया। इस हमले के चलते क्षेत्र की बिजली आपूर्ति और जनरेटर सेवाएँ बाधित हो गईं। इज़राइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने पुष्टि करते हुए कहा कि यह कार्रवाई हूती विद्रोहियों को निशाना बनाने के उद्देश्य से की गई है। Israeli Navy Attack
आईडीएफ के अनुसार, सना के दक्षिण में स्थित हाजिज पावर स्टेशन हूती विद्रोहियों के नियंत्रण में था, और वही राजधानी की ऊर्जा आपूर्ति का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। बयान में दावा किया गया कि यह हमला हूती गुट की गतिविधियों के जवाबस्वरूप किया गया है। दूसरी ओर, हूती नियंत्रित अल-मसीरा टीवी ने नागरिक सुरक्षा विभाग के हवाले से बताया कि दमकलकर्मी लगातार आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं।
इज़राइली रक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह हमला नौसेना की मिसाइल नौकाओं की मदद से अंजाम दिया गया। जून 2024 में हूती-नियंत्रित होदेदा बंदरगाह पर हुए हमले के बाद, यमन की धरती पर यह इज़राइल का नौसेना द्वारा किया गया दूसरा हमला है। अब तक इज़राइल अधिकतर हवाई हमलों के जरिए कार्रवाई करता रहा है।
इस बीच, हूती विद्रोहियों ने इज़राइल की ओर सात बैलिस्टिक मिसाइलें और सात से अधिक ड्रोन दागने का दावा किया। हालांकि, इज़राइल की ओर से किसी बड़े नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है। आईडीएफ ने बताया कि हाल ही में भी हूती गुट ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था, जिसे वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक रोक दिया।
ज्ञात हो कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास हमले के बाद से हूती विद्रोही लगातार इज़राइल और समुद्री यातायात को निशाना बनाते रहे हैं। जनवरी 2025 में इज़राइल–हमास युद्धविराम के दौरान हूती ने गोलीबारी रोक दी थी। तब तक वे 40 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें, कई ड्रोन और क्रूज़ मिसाइलें दाग चुके थे। जुलाई 2024 में हुए एक मिसाइल हमले में तेल अवीव में एक नागरिक की मृत्यु हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इसके बाद ही इज़राइल ने पहली बार यमन पर सीधा सैन्य अभियान चलाया था। Israeli Navy Attack