Haryana Railway: नूंह: हरियाणा के मेवात क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन आ गया है। दशकों से लंबित मांग आखिरकार पूरी हो गई है। केन्द्र सरकार ने दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोज़पुर झिरका-अलवर रेल परियोजना को मंजूरी दे दी है। लगभग 2500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना से पहली बार मेवात क्षेत्र को यात्री रेल सेवा से जोड़ा जाएगा।
1971 में हुई थी पहली पहल | Haryana Railway
चौधरी जाकिर हुसैन ने इस मौके पर अपने पिता और पूर्व सांसद मरहूम चौधरी तय्यब हुसैन को याद किया। उन्होंने बताया कि 1971 में जब तय्यब हुसैन गुड़गांव से सांसद बने थे, तभी उन्होंने मेवात में रेलवे लाइन की मांग उठाई थी। केंद्र सरकार ने उस समय रेलवे लाइन का सर्वे भी कराया था, लेकिन यह मांग अधूरी रह गई थी। आज, 54 साल बाद भाजपा सरकार ने इस परियोजना को हरी झंडी देकर मेवात वासियों की लंबे समय से अधूरी ख्वाहिश को पूरा कर दिया है।
विकास की नई राह
इस रेल परियोजना से मेवात के लोग सीधे दिल्ली, सोहना, नूंह, फिरोज़पुर झिरका और अलवर से जुड़ सकेंगे। क्षेत्र में रोजगार और व्यापार की नई संभावनाएं पैदा होंगी। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस परियोजना से मेवात की तस्वीर बदल जाएगी और क्षेत्र का विकास नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा। *decades पुरानी मांग पूरी होने पर अब मेवात के लोगों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। रेल परियोजना के शुरू होने से यह इलाका मुख्यधारा से जुड़कर प्रगति की नई राह पर अग्रसर होगा।-