Gold Price Today: नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में जारी भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सोने की कीमतें वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में भी ऊँचाई पर बनी रह सकती हैं। मंगलवार को जारी एक विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में बताया गया कि वर्ष के अंत तक कॉमेक्स पर सोने के दाम 3,600 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकते हैं। यह स्तर अगस्त 2025 में दर्ज हुई 3,534.10 डॉलर प्रति औंस की ऐतिहासिक ऊँचाई से भी अधिक होगा। Gold-Silver Price Today
रिपोर्ट के अनुसार, सोने की कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर ईटीएफ में बढ़ा निवेश, केंद्रीय बैंकों द्वारा निरंतर खरीदारी तथा भारत में खुदरा निवेशकों की सक्रिय भागीदारी है। पिछले दो दशकों में 14 वर्षों तक सोने ने सकारात्मक वार्षिक रिटर्न दिया है, जो इसकी निवेशकों के लिए मूल्य-संरक्षण क्षमता को दर्शाता है। इसके साथ ही, यह मुद्रास्फीति से बचाव का भी सशक्त माध्यम माना जा रहा है।
निवेश पोर्टफोलियो में सोने का महत्व और भी बढ़ गया
कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि धीमी वैश्विक विकास दर, नीतिगत अस्थिरता और बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिमों के कारण निवेश पोर्टफोलियो में सोने का महत्व और भी बढ़ गया है। अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की संभावना भी सोने की मांग को और मजबूत कर रही है।
भारत में गोल्ड ईटीएफ का प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा है। जून 2025 तक गोल्ड ईटीएफ होल्डिंग्स में 42 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज हुई, जबकि प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियाँ (एयूएम) 88 प्रतिशत बढ़कर 64,777 करोड़ रुपये हो गईं। निवेशक खातों की संख्या भी 41 प्रतिशत बढ़कर 76.54 लाख तक पहुँच गई है।
पिछले तीन वर्षों में सोने ने निफ्टी 50 के 11 प्रतिशत की तुलना में 23 प्रतिशत का औसत वार्षिक रिटर्न प्रदान किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा अस्थिर बाजार स्थितियों में सोने का समावेश निवेशकों को पोर्टफोलियो विविधीकरण और जोखिम प्रबंधन का बेहतर अवसर दे सकता है। Gold-Silver Price Today
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