गाजियाबाद जनपद के अफसरों से न्याय की गुहार के बाद, पीड़ित महिला पहलवान राखी का आमरण अनशन शुरू
- राखी पहलवान ने महिलाओं के सम्मान और न्याय के लिए उठाई आवाज, जिला मुख्यालय पर बारिश के बावजूद शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Ghaziabad: जनपद में महिला अधिकारों और न्याय के लिए एक सशक्त आवाज उठाते हुए राष्ट्रीय स्तर की पहलवान राखी ने शुक्रवार से जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन शुरू कर दिया। यह आंदोलन केवल उनकी व्यक्तिगत पीड़ा नहीं, बल्कि उन लाखों महिलाओं की लड़ाई का प्रतीक बनता जा रहा है, जो आज भी अपने अधिकारों और सम्मान के लिए संघर्षरत हैं। पीड़ित राखी ने अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी कारण के मुझे घर से निकाल दिया गया। Ghaziabad
उन्होंने दावा किया कि उनके पति ने उन्हें धोखा देकर विदेश का रुख कर लिया और अब कोई संपर्क नहीं है। उन्होंने अपने ससुर, जो उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा हैं, पर मानसिक उत्पीड़न और तलाक का दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं। राखी ने अनशन की शुरुआत पर कहा,यह आंदोलन मेरे लिए नहीं, उन तमाम बहनों-बेटियों के लिए है जो अन्याय सह रही हैं और जिन्हें आवाज उठाने का अवसर नहीं मिल पाता। मैं तब तक पीछे नहीं हटूंगी, जब तक न्याय नहीं मिलता। उन्होंने समाज से अपील करते हुए कहा,हमारी ताकत हमारी एकता में है। मेरे साथ खड़े हों, ताकि हम एक ऐसा समाज बना सकें जहां हर महिला को सम्मान, सुरक्षा और समानता मिले।
आमरण अनशन पर बैठी राखी पहलवान की ये है प्रमुख मांगें | Ghaziabad
1-न्याय की मांग:-
घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत उनके केस की निष्पक्ष सुनवाई की मांग। दोषियों को सजा दिलाने की अपील।
2-पुलिस की जवाबदेही तय हो:-
उन्होंने पुलिस पर धमकाने का आरोप लगाया और उच्चस्तरीय जांच की मांग की कि किनके आदेश पर ऐसा किया गया।
3-महिलाओं के लिए सुरक्षा और सम्मान:-
समाज और शासन से यह सुनिश्चित करने की मांग कि कोई भी महिला अपने ही घर में असुरक्षित महसूस न करे।
4-तेज और सुलभ न्याय प्रक्रिया:-
महिला संबंधित मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से त्वरित न्याय की मांग।
5-महिला सशक्तिकरण को ठोस योजना:-
सरकारी योजनाओं की वास्तविक पहुंच और पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर जोर।
6-परामर्श केंद्रों में भ्रष्टाचार की जांच: –
उन्होंने पारिवारिक विवादों के परामर्श केंद्रों में चल रहे भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
राखी के इस साहसिक कदम को स्थानीय संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों का समर्थन मिलने लगा है।
पुलिस और प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल | Ghaziabad
अब तक पुलिस या जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई , जिससे लोगों में नाराज़गी देखी जा रही है। राखी ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई, तो यह आंदोलन और तेज किया जाएगा।
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