
Bihar Elections 2025: पटना, अनु सैनी। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीति का पारा तेजी से चढ़ रहा है। इस माहौल में C-Voter का ताज़ा सर्वे सामने आया है, जिसमें नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और प्रशांत किशोर की लोकप्रियता का हाल बताया गया है। सर्वे से यह भी पता चलता है कि जनता का मूड किस ओर झुक रहा है और किस नेता का ग्राफ ऊपर या नीचे जा रहा है।
चुनावी सरगर्मियां तेज, वोटर लिस्ट विवाद ने बढ़ाया रोमांच | Bihar Elections 2025
अक्टूबर-नवंबर 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। भले ही चुनाव आयोग ने अभी तक तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है।
इस बार का चुनाव कई वजहों से खास है — स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत मतदाता सूची में बदलाव और नाम कटने को लेकर बढ़ा विवाद, विपक्ष का आरोप और जनता के बीच चल रही चर्चाएं।
इसी बीच, C-Voter ने ताज़ा सर्वे जारी किया है, जिसने यह साफ कर दिया है कि इस बार मुकाबला सिर्फ एनडीए और इंडिया गठबंधन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि स्वतंत्र चेहरा प्रशांत किशोर भी समीकरण बिगाड़ने की ताकत रखते हैं।
नीतीश कुमार और NDA: घटता ग्राफ, नए चेहरे की तलाश
बिहार की राजनीति में लंबे समय से एक बड़ा नाम रहे नीतीश कुमार की लोकप्रियता में गिरावट दर्ज हुई है।
फरवरी 2025: 18% लोग उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते थे।
जून 2025: आंकड़ा 18% पर स्थिर रहा।
अगस्त 2025: लोकप्रियता घटकर 15% रह गई।
NDA के अन्य नेता –
चिराग पासवान: फरवरी में 4%, जून में तेजी से बढ़कर 11%, लेकिन अगस्त में 10% पर आ गए।
सम्राट चौधरी: फरवरी में 8%, जून में 7%, और अगस्त में 10% पर पहुंचे।
निष्कर्ष: नीतीश कुमार की पकड़ कमजोर हो रही है और फिलहाल NDA के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं जो पूरी तरह उनकी जगह ले सके।
तेजस्वी यादव: जनता की पहली पसंद, लेकिन लगातार गिरावट
इंडिया गठबंधन के तेजस्वी यादव इस समय सर्वे में सबसे आगे हैं।
फरवरी 2025: 41% समर्थन
जून 2025: 37%
अगस्त 2025: 31%
ग्राफ गिरा है, लेकिन मुकाबले में वे अब भी सबसे लोकप्रिय नेता हैं। नीतीश, चिराग और सम्राट जैसे प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में उनका समर्थन आधार ज्यादा मजबूत है।
प्रशांत किशोर: तेजी से बढ़ता असर, बड़े खिलाड़ी बनने की संभावना
C-Voter सर्वे में सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा प्रशांत किशोर का है।
फरवरी 2025: 15%
जून 2025: 16%
अगस्त 2025: 22%
लगातार तीन सर्वे में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ है। चूंकि वे किसी भी गठबंधन के साथ नहीं हैं, ऐसे में वे नवंबर तक किंगमेकर बन सकते हैं, या फिर खुद मुख्यमंत्री पद की रेस में उतर सकते हैं।
राहुल गांधी बनाम चुनाव आयोग: बड़ा चुनावी मुद्दा
चुनावी माहौल में राहुल गांधी ने मतदाता सूची से नाम कटने और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।
59% लोग मानते हैं कि राहुल गांधी के आरोप सही हैं।
67% का मानना है कि चुनाव आयोग को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।
यह विवाद चुनावी समीकरण बदल सकता है, क्योंकि यह सीधे तौर पर मतदाताओं की भावनाओं को प्रभावित कर रहा है।
अंतिम तस्वीर
ताज़ा C-Voter सर्वे के नतीजे बताते हैं कि बिहार का 2025 का विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।
NDA में नीतीश की घटती लोकप्रियता चिंता का विषय है।
इंडिया गठबंधन में तेजस्वी भले ही नंबर वन हों, लेकिन उनका ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है।
प्रशांत किशोर तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं और चुनाव में तीसरी ताकत के रूप में उभर सकते हैं।
अगर यही रुझान नवंबर तक जारी रहा, तो बिहार की राजनीति में अप्रत्याशित नतीजे देखने को मिल सकते हैं।