
India Singapore relations 2025: नई दिल्ली। भारत और सिंगापुर के बीच प्रौद्योगिकी तथा नवाचार को सहयोग का प्रमुख आधार मानते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दोनों देश कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम विज्ञान और आधुनिक डिजिटल तकनीकों में साझेदारी को नई गति देंगे। प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए हैं। राजधानी दिल्ली में हुई द्विपक्षीय वार्ता के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि यूपीआई और पे नाउ दोनों देशों की डिजिटल कनेक्टिविटी का उत्कृष्ट उदाहरण बन चुके हैं। इस अवसर पर 13 नए भारतीय बैंकों के इस प्रणाली से जुड़ने की घोषणा भी हुई। India-Singapore News
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए नवीन समझौते से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग का नया अध्याय प्रारंभ होगा। युवाओं को नवाचार से जोड़ने हेतु इस वर्ष के अंत में भारत-सिंगापुर हैकाथॉन का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि उनकी यह भारत यात्रा विशेष महत्व रखती है, क्योंकि इस वर्ष दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ भी है। उन्होंने स्मरण दिलाया कि वर्ष 2024 में उनकी सिंगापुर यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुँचाया गया था।
सिंगापुर आज दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार
प्रधानमंत्री ने बताया कि सिंगापुर आज दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत में सिंगापुर से विशाल निवेश प्राप्त हुआ है। रक्षा सहयोग भी निरंतर प्रगाढ़ हो रहा है तथा जनसंपर्क संबंधों में गहनता आई है। दोनों देशों ने भविष्य की साझेदारी के लिए एक विस्तृत रोडमैप तैयार किया है, जिसमें उन्नत विनिर्माण, हरित शिपिंग, कौशल विकास, परमाणु क्षेत्र और शहरी जल प्रबंधन जैसे विषय विशेष महत्व रखेंगे।
प्रधानमंत्री ने सिंगापुर को भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ का सशक्त स्तंभ बताया और कहा कि दोनों देश आसियान के साथ मिलकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत-सिंगापुर संबंध केवल कूटनीतिक तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह साझा मूल्यों पर आधारित सार्थक और दीर्घकालिक साझेदारी है। अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते तथा आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौते की समयबद्ध समीक्षा की जाएगी, जिससे पारस्परिक व्यापार और निवेश को और अधिक गति मिलेगी। India-Singapore News