
परिवार की सहमति से देहरादून मेडिकल कॉलेज को दान किया पार्थिव शरीर
- बहुओं और बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा, गगनभेदी नारों से गूंजा वातावरण
पातड़ां ((सच कहूँ /दुर्गा सिंगला/भूषण सिंगला)। Body Donation: डेरा सच्चा सौदा की प्रेरणा से गांव खानेवाल निवासी माता जगींदरो देवी इन्सां का पार्थिव शरीर श्री गुरुराम राय मेडिकल कॉलेज, देहरादून (उत्तराखंड) को मेडिकल शोध कार्यों के लिए दान किया गया। गांव के जिम्मेवार डेरा अनुयायी मनजीत इन्सां की माता और गांव की पहली शरीरदानी बनने का गौरव प्राप्त करने वाली जगींदरो देवी इन्सां लंबे समय से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी रही थीं। जीवन की अंतिम सांस पूरी करने के बाद वे कुल मालिक के चरणों में जा बिराजी। Patran News
माता ने डेरा सच्चा सौदा की शिक्षाओं पर चलते हुए मरणोपरांत अपना शरीर दान करने का संकल्प पहले ही लिया था और परिवार की सहमति से उनकी यह अंतिम इच्छा पूरी की गई। इस अवसर पर उनकी बेटियों और बहुओं ने अर्थी को कंधा देकर उन्हें अंतिम विदाई दी। पूरे गांव में माता जगींदरो देवी इन्सां अमर रहें और जब तक सूरज-चाँद रहेगा, माता जगींदरो देवी इन्सां तेरा नाम रहेगा जैसे नारों से वातावरण गुंजायमान हो उठा।
फूलों से सजी एंबुलेंस में निकाली अंतिम यात्रा | Patran News
गाँव व आसपास की साध-संगत, रिश्तेदारों और शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के सेवादारों की उपस्थिति में माता की पार्थिव देह को फूलों से सजी एंबुलेंस के माध्यम से गांव में अंतिम यात्रा के रूप में विदा किया गया। इस दौरान गांव के पूर्व सरपंच बलजीत सिंह बली ने पार्थिव देह को हरी झंडी दिखाकर मेडिकल शोध कार्यों के लिए रवाना किया।
हमें डेरा श्रद्धालुओं से सीख लेनी चाहिए: सरपंच
गांव के पूर्व सरपंच बलजीत सिंह बली ने कहा कि शरीरदान आज के समय की अत्यंत आवश्यकता है। गंभीर बीमारियों के बढ़ते प्रकोप के बीच डॉक्टर तभी नए शोध कर पाएंगे जब उन्हें मृतक शरीर पर अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि माता जगींदरो देवी इन्सां का परिवार गाँव के लिए प्रेरणास्त्रोत बना है। हम सभी को उनसे प्रेरणा लेकर शरीरदान के लिए आगे आना चाहिए। Patran News