Bareilly SP Protest: लखनऊ। बरेली में हुए उपद्रव के लगभग एक सप्ताह बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई। समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बरेली जाने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उसे रवाना होने से पहले ही रोक दिया। इस घटनाक्रम के बाद लखनऊ से लेकर बरेली तक राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। शनिवार सुबह से ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के लखनऊ स्थित आवास के बाहर पुलिस बल की तैनाती की गई। इसी प्रकार सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर के बाहर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। Bareilly News
जानकारी के अनुसार, समाजवादी पार्टी के 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को शनिवार को बरेली रवाना होना था। इसका नेतृत्व खुद माता प्रसाद पांडे करने वाले थे। सपा का कहना है कि उनका उद्देश्य बरेली में उन परिवारों से मुलाकात करना था, जिन पर हाल की घटनाओं के दौरान कार्रवाई की गई थी।
सपा नेताओं के अनुसार, यह दौरा सामाजिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था से जुड़े हालात को समझने के लिए था। पार्टी ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है। माता प्रसाद पांडे ने कहा – “लोकतांत्रिक अधिकार छीना जा रहा है” Bareilly News
सपा नेता माता प्रसाद पांडे ने कहा- “हमारा उद्देश्य केवल जनता से संवाद स्थापित करना और उनकी परेशानियाँ जानना था। बरेली जाकर शांतिपूर्वक लोगों की बात सुनना हमारा संवैधानिक अधिकार है। सरकार द्वारा इसे रोकना पूरी तरह अलोकतांत्रिक है।” उन्होंने यह भी कहा कि बरेली में कोई सांप्रदायिक टकराव नहीं हुआ था, लेकिन प्रशासन ने निर्दोष लोगों पर मुकदमे दर्ज किए और कई को हिरासत में ले लिया।
पुलिस प्रशासन का सख्त रुख | Bareilly News
बरेली पुलिस ने जिले के सभी मुख्य मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल किसी भी राजनीतिक दल या जनप्रतिनिधि को बरेली जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- “हम नहीं चाहते कि बाहरी लोग आकर माहौल को बिगाड़ें। इसलिए जिले की सीमाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।”
गौरतलब है कि 26 सितंबर को बरेली में जुमे की नमाज़ के बाद “आई लव मोहम्मद” पोस्टर को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। मौलाना तौकीर रज़ा के नेतृत्व में कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया, जिसे प्रशासन से अनुमति नहीं मिली थी। प्रदर्शन के दौरान भीड़ के नियंत्रण से बाहर होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इस प्रकरण में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और कुछ के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
प्रदेश सरकार ने विपक्षी दलों से अपील की है कि वे शांति और सौहार्द बनाए रखें। वहीं, समाजवादी पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर उनके नेताओं को बरेली जाने से रोका गया तो पार्टी धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी। बरेली प्रशासन और लखनऊ में तैनात पुलिस बल इस पूरे घटनाक्रम पर सतर्क निगाह बनाए हुए हैं। Bareilly News