
UP Expressway: शामली-गोरखपुर एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी खुशखबरी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का ड्रोन सर्वे पूरा हो चुका है और दीपावली तक इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार होने की उम्मीद है। इसके बाद अगले साल की शुरुआत में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
पश्चिमी यूपी से पूर्वांचल का सफर होगा आसान | UP Expressway
यह एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वांचल तक की यात्रा को बेहद आसान बना देगा। इसके बनने के बाद शामली से गोरखपुर तक का सफर मात्र 6 घंटे में तय किया जा सकेगा।
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7 चरणों में होगा निर्माण कार्य
जानकारी के मुताबिक, शामली-गोरखपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण 7 चरणों में किया जाएगा। इसका कुल लंबाई लगभग 750 किलोमीटर होगी और इस पर करीब 35,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह परियोजना यूपी की सड़कों का स्वरूप बदल देगी।
शुरुआत गोगवान जलालपुर से
एक्सप्रेसवे की शुरुआत शामली जिले के थानाभवन क्षेत्र के गोगवान जलालपुर गांव से होगी। यह 22 जिलों और 36 तहसीलों से होकर गुजरेगा, साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और लखनऊ-गोरखपुर एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा।
प्लानिंग में बदलाव
शुरुआत में योजना केवल शामली से गोरखपुर तक एक्सप्रेसवे बनाने की थी, लेकिन बाद में इसे पानीपत से जोड़ने का प्रस्ताव बनाया गया। अब यह पानीपत-शामली-गोरखपुर कॉरिडोर के रूप में विकसित होगा, जिससे हरियाणा और यूपी के बीच भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
इन जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे जिन प्रमुख जिलों से होकर गुजरेगा, उनमें शामली, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और गोरखपुर शामिल हैं। इससे इन क्षेत्रों के किसानों और व्यापारियों को बड़ा आर्थिक लाभ होगा।
औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
एक्सप्रेसवे के निर्माण से औद्योगिक विकास, व्यापार और रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि पश्चिमी यूपी से पूर्वांचल तक की यात्रा समय और दूरी दोनों में घट जाएगी।