सतारा। महाराष्ट्र के सतारा तालुका स्थित सासपाड़े गांव में 13 वर्षीया छात्रा की निर्मम हत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। इस दर्दनाक घटना के बाद गांव सहित आस-पास के इलाकों में रोष और भय का माहौल व्याप्त है। सोमवार को हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने—जिनमें महिलाएं, विद्यार्थी और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल थे—पवई नाका से शिवतीर्थ मार्ग होते हुए जिला कलेक्ट्रेट तक एक विशाल न्याय मार्च निकाला। Maharashtra News
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने ‘हत्यारे को फांसी दो’ और ‘बेटी को न्याय दो’ जैसे नारे लगाए, जिससे पूरा इलाका गूंज उठा। मार्च का नेतृत्व स्थानीय सामाजिक संगठनों तथा मराठा क्रांति मोर्चा ने किया, जिन्हें जनता का व्यापक समर्थन मिला। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि मुख्य आरोपी राहुल यादव को तत्काल गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। मृतका के परिजनों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बेटी के लिए न्याय और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की अपील की। उनके आक्रोश और आंसुओं ने उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया।
राज्य सरकार की निष्क्रियता को लेकर भी गहरी नाराज़गी
गांववासियों ने इस घटना पर राज्य सरकार की निष्क्रियता को लेकर भी गहरी नाराज़गी जताई। उनका कहना है कि पालकमंत्री शंभूराजे देसाई घटना के तीन दिन बाद भी गांव नहीं पहुँचे, जिससे जनता में असंतोष व्याप्त है। एक ग्रामीण ने कहा, “हमारी बेटी की हत्या हुई है, लेकिन कोई जिम्मेदार नेता हाल पूछने तक नहीं आया — इससे बड़ी उपेक्षा क्या हो सकती है?” प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि पीड़िता के परिवार को आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी और सुरक्षा व्यवस्था तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं, जिन्होंने हाथों में ‘बेटी बचाओ’ और ‘न्याय चाहिए’ जैसे पोस्टर लिए हुए थे। प्रशासन ने एहतियातन भारी पुलिस बल तैनात किया, जिससे प्रदर्शन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ, किंतु लोगों का आक्रोश स्पष्ट रूप से देखा गया। इस वीभत्स घटना ने न केवल सासपाड़े गांव बल्कि पूरे सतारा जिले में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। लोग एकजुट होकर अपराधियों को कड़ी सजा और पीड़िता को शीघ्र न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। Maharashtra News