जैसलमेर हादसे के बाद हरकत में आया परिवहन विभाग
हनुमानगढ़। जैसलमेर में स्लीपर बस हादसे की घटना के बाद हनुमानगढ़ का परिवहन विभाग हरकत में आया है। इस हादसे के बाद विभाग ने कई सख्त उठाए हैं। डिमार्टमेंट की तरफ से हुई वीसी में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जितनी भी इसें हनुमानगढ़ रूट से चलती हैं, जितनी भी बसें राजस्थान में रजिस्टर्ड हैं। साथ ही राजस्थान के रूट पर चलने वाली स्लीपर कोच की बसों की सेफ्टी मानक के रूप में जांच की जाए। Rajasthan Transport News
बस में दोनों सीटों के बीच की दूरी निश्चित मानकों के अनुसार है या नहीं, चारों इमरजेंसी निकास द्वार चालू हालत में हैं या नहीं आदि की जांच की जा रही है। जांच के दौरान यह बात सामने आ रही है कि अधिकतर बसों में पीछे के इमरजेंसी निकास द्वार के पास सीट लगा दी गई है ताकि अतिरिक्त किराया प्राप्त हो सके। ऐसी बसों के चालान काटने की कार्रवाई परिवहन विभाग की ओर से की जा रही है। साथ ही इमरजेंसी निकास द्वार के पास लगाई गई सीट हटवाई जा रही है। इसके अलावा बस में आग लगने की स्थिति में अग्निरोधक उपकरण है या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है। जांच के दौरान अधिकतर बसों में आगे व पीछे की तरफ अग्निशमन यंत्र लगा पाया गया।
वहीं एसी कोच स्लीपर बसों से आपातकालीन स्थिति में बाहर निकलने के लिए कांच आदि तोड़ने के लिए हर सीट के आगे व पीछे दो हथौड़ेनुमा नुकीली वस्तु रखना विभाग की ओर से निर्धारित किया गया है। इन चार बातों का ध्यान रखते हुए परिवहन निगम की ओर से हर बस का सघन निरीक्षण किया जा रहा है। किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर चालान बनाने की कार्रवाई की जा रही है।
पिछले दो दिन में विभाग की ओर से कुल 17 बसों के चालान बनाए हैं इनमें हनुमानगढ़ में रजिस्टर्ड दो बसें शामिल हैं। एक बस को सीज किया गया है। चालान से अब तक पौने चार लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। हनुमानगढ़ में कुल 15 स्लीपर बसें रजिस्टर्ड हैं। विभाग की ओर से बस का भौतिक निरीक्षण करवाने के लिए बस ऑपरेटरों को नोटिस जारी किया गया है। Rajasthan Transport News