गुहला चीका (सच कहूँ न्यूज़ ) अजीमगढ़ चौकी पर ग्रेनेड फेंकने के मामले में पकड़े गए आरोपी पटियाला के नन्हेड़ा गांव निवासी गुरप्रीत और गुर दयालपुरा के रहने वाले हरमनप्रीत को अमेरिका में बैठा करण गाइड कर रहा था। हालांकि हमले की पूरी जिम्मेदारी बब्बर खालसा इंटरनेशल आतंकी संगठन ने ली, लेकिन हमला करवाने का मास्टरमाइंड करण ही रहा। उसी ने गुरप्रीत और हरमनप्रीत को ग्रेनेड अटैक के लिए राजी किया था और साथ ही अन्य युवाओं को ग्रुप से जोड़ने के प्रयास में था। करण ने दोनों के खातों में 30-30 हजार रुपए भी डलवाए थे, ताकि वे इससे अपने खर्चे कर सके। करण ने दोनों को यह कहा कि उनको विदेश भेज देंगे और इसके लिए जो भी खर्चा आएगा, वह दे देंगे। साथ ही यह भी कहा गया कि विदेशों उनकी लाइफ सेटल हो जाएगी।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल बहुत बड़ा ग्रुप है। अगर इसके सदस्य बनकर रहोगे तो भविष्य में पैसों में खेलोगे और कोई तुम्हारा मुकाबला नहीं कर सकेगा। ऐसे मे दोनों युवक झांसे में आ गए व इस तरफ कदम बढ़ाया। पूछताछ में सामने आया कि गुरप्रीत पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद अपने गांव में हेयर सैलून खोल रखा था। गरीब परिवार से होने के कारण वह एकदम से पैसे कमाने के लालच में आया। इसी प्रकार हरमनप्रीत भी कम पढ़ा लिखा था और अपने व आसपास के गांवों में दिहाड़ी मजदूरी करता था। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
आतंकी संगठन बब्बर खालसा ने ली थी हमले की जिम्मेदारी
बता दें कि, 6 अप्रैल को पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित कैथल जिले की अजीमगढ़ पुलिस चौकी पर सुबह के समय ग्रेनेड से हमला हुआ था। आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी और इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी जारी की थी। आतंकियों की पोस्ट के बाद हरियाणा और पंजाब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की थी। ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी लेने वाले बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकियों हैप्पी पासियां, गोपी नवांश हरिया और मन्नू आगवान के खिलाफ गुहला थाने में मामला दर्ज किया गया था। उसी मामले में गुरप्रीत व हरमनप्रीत को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
डीएसपी गुहला कुलदीप बेनीवाल ने बताया कि मामले में आरोपी गुरप्रीत व हरमनप्रीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस द्वारा मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। तथ्यों के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है।















