शिक्षण संस्थान, अस्पताल और न्यायलय के पास नहीं बनेगा डंपिंग ग्राउंड

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Kaithal शिक्षण संस्थान, अस्पताल और न्यायलय के पास नहीं बनेगा डंपिंग ग्राउंड

कैथल सच कहूँ/कुलदीप नैन। शहर में अतिरिक्त स्थानों पर चल रहे डंपिंग प्वाइंट पर संज्ञान लेते हुए डीसी प्रीति ने अधिकारियो को ऐसे स्थानों से डंपिंग प्वाइंट हटवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि सार्वजनिक स्थानों जैसे शिक्षण संस्थान, माननीय न्यायालय, अस्पताल, लाइब्रेरी एवं बस स्टैंड इत्यादि के पास कचरा प्रबंधन के लिए कोई भी डंपिंग ग्राउंड नहीं होना चाहिए। शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई व्यवस्था को सुचारू करने के लिए नगर आयुक्त तथा नगर पालिकाओं के सचिवों को निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिला कैथल के सभी नगर परिषद और नगरपालिका के अधिकारी व कर्मचारी स्वच्छता अभियान को निरंतर चलाए रखें और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था में कोई भी कोताही या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही डीसी प्रीति ने नगर आयुक्त को तत्काल संबधित कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद/सचिव नगर पालिका एवं एजेंसी की एक संयुक्त बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए है।

कागजों में दस डंपिंग प्वाइंट

बता दे कि नगर परिषद ने सुगम स्वच्छता एजेंसी को डोर टू डोर कचरा उठान का टेंडर दिया है। परिषद के कागजों में एजेंसी को दस डंपिंग प्वाइंट दिए गए हैं वहीं शहर में 20 से अधिक डंपिंग प्वाइंट बने हुए हैं। इसके लिए नगर परिषद को कोई अतिरिक्त किराया नहीं दिया जा रहा और निःशुल्क ही जगह का इस्तेमाल किया जा रहा है।

100 टन कचरा रोजाना निकलता है

एजेंसी के दावों के अनुसार शहर से रोजाना 100 टन कचरा निकलता है। अब अगर इतना कचरा एजेंसी उठा रही है तो सड़कों पर गंदगी के ढेर कहां से आ रहे हैं। एजेंसी द्वारा प्रति टन कचरा उठान के करीब 2350 रुपये यानी रोजाना 2.35 लाख वसूल किए जाते हैं, लेकिन लोगों को फिर भी स्वच्छ माहौल नहीं मिल पा रहा है।

सफाई की रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय भिजवाने के निर्देश

डीसी प्रीति ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कचरा प्रबंधन के लिए निर्धारित किए गए स्थानों से प्रतिदिन निश्चित समय पर सफाई करवाई जाए। साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के बाद इसकी विस्तृत रिपोर्ट तुरंत उपायुक्त कार्यालय में भिजवाई जाए।