एक पशु पकड़ने के 1180 रुपए ले रही एजेंसी, फिर भी शहर में आवारा पशुओं की भरमार
कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kaithal News: जिले के सभी शहरी क्षेत्रों की गलियों, मोहल्लों और मुख्य सड़कों पर बड़ी संख्या में गाय, बैल, घोड़े जैसे बेसहारा पशु घूम रहे हैं। इन पशुओं के कारण कई गंभीर दुर्घटनाएं हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप जान-माल का काफी नुकसान होता है। आम जनता को इन पशुओं की वजह से रोजाना कई तरह की कठिनाइयों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इसी को ध्यान में रखते हुए डीसी प्रीति ने जिले के अधिकारियों को बेसहारा और आवारा पशुओं की बढ़ती समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। जिला नगर आयुक्त सहित अन्य संबंधित अधिकारी इस मुद्दे को गंभीरता से लें और इस समस्या का स्थाई समाधान निकाले।
एक पशु पकड़ने के 1180 रुपए ले रही एजेंसी, फिर भी शहर में आवारा पशुओं की भरमार
बता दे कि नगर परिषद की तरफ आवरा पशुओं को पकड़ने का टेंडर एक एजेंसी को दिया गया है। एजेंसी प्रति पशु पकड़ने के करीब 1180 रुपये ले रही है। फिर भी सड़कों पर गोवंश यानी बे-सहारा पशुओं की भरमार है। अकेले शहर में ही 200-300 से अधिक गोवंश सड़कों पर हैं। शहर में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, शिक्षा संस्थानों के आगे पशु घूमते देखे जा सकते हैं। हालांकि बीच में भुगतान न होने के कारण एजेंसी ने काम बंद कर दिया था। विभाग के आंकड़ों के अनुसार 10-15 प्रतिशत हादसे पशुओं के कारण हुए हैं। इन हादसो में कई गोवंश भी घायल हुए हैं। इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर तक 237 सड़क हादसे हो चुके हैं।
डीसी प्रीति ने नगर आयुक्त को निर्देश जारी किए कि शहरी क्षेत्रों में संबंधित कार्यकारी अधिकारी, सचिव नगरपालिका की टीमों का गठन करें और मौका निरीक्षण करवाएं। जल्द बेसहारा पशुओं की समस्या का निवारण करवाना सुनिश्चित करें, ताकि सरकार की हिदायतों की अनुपालना में जिला को बेसहारा पशु मुक्त जिला बनाया जा सके और भविष्य में इनकी वजह से कोई हादसा न हो। Kaithal News
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