प्रशासन और किसानों की मौजूदगी में करवाई गई खुदाई
- सीसीटीवी का डीवीआर और डिस्प्ले गायब, किसानों का मोर्चा जारी
नाभा (सच कहूँ/तरूण शर्मा)। Nabha News: नाभा काउंसिल के ई.ओ. (कार्य साधक अधिकारी) की सरकारी आवास में प्रशासन और किसान संगठनों की सहमति से पीला पंजा चलाया गया। इस मौके पर नाभा के नायब तहसीलदार अंकुश, कार्य साधक अधिकारी गुरचरण सिंह, सीआईए स्टाफ पटियाला से एसआई दविंदर सिंह और किसान संगठन के नेता मौजूद रहे। बीते दिन किसान संगठनों ने ई.ओ. की सरकारी आवास को घेरकर मोर्चा लगाया था। उनका दावा था कि किसान आंदोलन से गायब हुई ट्रालियां और अन्य सामान आवास परिसर में जमीन के नीचे दबा हुआ है।
रातभर चले धरने के बाद बुधवार को प्रशासन और किसानों की सहमति से जेसीबी मशीन द्वारा खुदाई की गई। इस दौरान जमीन से बड़ी मात्रा में लोहे की चादरें बरामद हुईं। किसान जत्थेबंदी के ब्लॉक प्रधान गमदूर सिंह ने आरोप लगाया कि यह लोहा किसानों की ट्रालियों का है और आगे और भी सामान बरामद हो सकता है। गौरतलब है कि ई.ओ. की सरकारी आवास में अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन उनका डीवीआर और डिस्प्ले एलसीडी मौके से गायब पाया गया। खबर लिखे जाने तक खुदाई और किसानों का मोर्चा जारी था। Nabha News
पहले से एफआईआर दर्ज
सीआईए स्टाफ के एसआई दविंदर सिंह ने बताया कि मामले में पहले से ही एफआईआर दर्ज है और मौजूदा बरामदगी का विवरण उसी केस में जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष तरीके से जांच कर रही है और आगे आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
चौकीदार और अन्य कर्मचारी कुछ बता सकते हैं: अधिकारी
नाभा काउंसिल के कार्य साधक अधिकारी गुरचरण सिंह ने स्वीकार किया कि उनकी सरकारी आवास की खुदाई से लोहा मिला है। उन्होंने बताया कि काउंसिल के प्रस्ताव संख्या 140 के तहत सफाई का कार्य काउंसिल अध्यक्ष सुजाता चावला के पति पंकज पप्पू को सौंपा गया था, जो इस आवास को कार्यालय के रूप में इस्तेमाल करता रहा। गुरचरण सिंह ने कहा कि अपनी तैनाती के दौरान उन्होंने कभी इस आवास में निवास नहीं किया। उन्होंने कहा कि खुदाई से मिले लोहे के बारे में चौकीदार और अन्य कर्मचारी ही बता सकते हैं कि यह कैसे और क्यों हुआ।
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