
PM Modi Ayodhya Visit: अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि (Shri Ram Janma bhoomi) परिसर में आयोजित भव्य ‘ध्वजारोहण’ उत्सव में सम्मिलित होने अयोध्या पहुँचे। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। अयोध्या पहुंचने के उपरांत प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया संदेश में लिखा कि वे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण समारोह में भाग लेने आए हैं, जो उनके लिए अत्यंत पावन और हर्ष का अवसर है। Ayodhya News
दिल्ली से रवाना होकर प्रधानमंत्री महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे, जहाँ से वे हेलीकॉप्टर द्वारा साकेत महाविद्यालय गए। इसके बाद उन्होंने राम मंदिर परिसर तक पहुँचने से पूर्व अयोध्या नगर में एक संक्षिप्त रोड शो भी किया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर संदेश साझा करते हुए प्रधानमंत्री के अयोध्या आगमन को ऐतिहासिक व आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण बताया।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री अनेक ऋषि-परंपरा से जुड़े पूजास्थलों पर भी दर्शन करेंगे। वे महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी को समर्पित मंदिरों में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके अतिरिक्त वे शेषावतार मंदिर तथा माता अन्नपूर्णा मंदिर में भी पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद रामलला के गर्भगृह में विशेष दर्शन का कार्यक्रम निर्धारित है। Ayodhya News
दोपहर लगभग 12 बजे मंदिर के शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराएँगे
दोपहर लगभग 12 बजे प्रधानमंत्री श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराएँगे। यह अनुष्ठान मार्गशीर्ष मास की शुभ पंचमी तथा श्रीराम–सीता विवाह पंचमी के पावन अभिजीत मुहूर्त में संपन्न होगा। ध्वज लगभग 10 फीट ऊँचा और 20 फीट लंबा त्रिकोण स्वरूप है, जिस पर तेजस्वी सूर्य की आकृति, ‘ॐ’ का दिव्य चिन्ह तथा कोविदारा वृक्ष का प्रतीक अंकित है। यह ध्वज धर्म, आदर्शों, मर्यादा और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देने वाला माना जा रहा है।
यह ध्वजारोहण मंदिर के नागर शैली में निर्मित शिखर पर होगा। इसके चारों ओर लगभग 800 मीटर लंबा परकोटा निर्मित है, जो भारतीय स्थापत्य की विविधता का प्रतीक है। मुख्य मंदिर की बाहरी भित्तियों पर वाल्मीकि रामायण से लिए गए भगवान श्रीराम के जीवन की 87 अद्भुत शिल्पांकित झांकियाँ उकेरी गई हैं, जबकि परकोटे की आंतरिक दीवारों पर भारतीय संस्कृति के 79 महत्वपूर्ण प्रसंग कांस्यकला के माध्यम से दर्शाए गए हैं। Ayodhya News













