नई दिल्ली। मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने की कीमतों ने एक बार फिर मजबूती दिखाई और यह लगातार बढ़त के साथ नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ता रहा। दिसंबर माह में अमेरिकी फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती आशंकाओं ने पीली धातु की ऐतिहासिक रैली को और बल दिया, जिसके चलते वैश्विक बाज़ार में सोने का भाव लगभग 4,175 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुँच गया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेज़ी आने वाले वर्ष में भी जारी रह सकती है। Gold-Silver Price Today
बैंक ऑफ़ अमेरिका की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2026 में सोने का औसत मूल्य लगभग 4,538 डॉलर प्रति औंस रहने की संभावना है। संस्था ने यह भी संकेत दिया है कि अनिश्चित वैश्विक परिस्थितियों और सुरक्षित निवेश की निरंतर मांग के कारण सोना 5,000 डॉलर प्रति औंस का स्तर भी छू सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोमवार को मिली तेज़ बढ़त के बाद मंगलवार को भी स्पॉट गोल्ड मज़बूती के साथ कारोबार करता रहा। कमजोर बॉन्ड यील्ड, आर्थिक अनिश्चितता और सुरक्षित निवेश की बढ़ती प्राथमिकता ने कीमतों को रिकॉर्ड स्तर पर बनाए रखा। Gold-Silver Price Today
MCX पर भी सोने के भाव में उल्लेखनीय उछाल
घरेलू स्तर पर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने के भाव में उल्लेखनीय उछाल देखने को मिला, जहाँ शुरुआती कारोबार में कीमती धातु एक प्रतिशत से अधिक चढ़ गई। वैश्विक रुझान और अमेरिकी मौद्रिक नीति से जुड़े संकेतों का भारतीय बाज़ार पर सीधा प्रभाव देखा गया।
अमेरिकी फेडरल रिज़र्व के न्यूयॉर्क प्रांताध्यक्ष जॉन विलियम्स के बयान के बाद बाज़ार में यह उम्मीद और मजबूत हो गई कि दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती संभव है। उनके अनुसार, ब्याज दरों में कमी से न तो मुद्रास्फीति नियंत्रण के प्रयासों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और न ही आर्थिक स्थिरता को कोई खतरा होगा। इस संकेत से निवेशकों का विश्वास और बढ़ा है कि फेड की आक्रामक दर-वृद्धि चक्र अब समाप्ति की ओर है।
CME फेडवॉच टूल के मुताबिक, निवेशक अब दिसंबर में ब्याज दर घटने की 81 प्रतिशत संभावना जता रहे हैं, जो पिछले सप्ताह मात्र 40 प्रतिशत थी। सामान्यतः ब्याज दरों में कमी से सोने को लाभ मिलता है, क्योंकि इसमें ब्याज आधारित रिटर्न नहीं होता और दरों में गिरावट के समय इसे रखने की अवसर-लागत कम हो जाती है। Gold-Silver Price Today















