2 माह से सड़कों पर भटक रहा था मानसिक रूप से विक्षिप्त मलकीत सिंह
संगरिया(सच कहूँ/सुरेंद्र जग्गा)। पीड़ित मानवता की सेवा को समर्पित प्रमुख केंद्र डेरा सच्चा सौदा द्वारा शुरू की गई ‘इंसानियत’ मुहिम ने एक और बिछड़े हुए को परिवार से मिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संगरिया ब्लॉक के डेरा सेवादारों ने पिछले दो माह से घर से लापता लगभग 70 वर्षीय, बेसहारा और मानसिक रूप से अस्वस्थ एक बुजुर्ग व्यक्ति की देखभाल की, उसका इलाज करवाया और अथक प्रयासों के बाद उसके परिजनों का पता लगाकर उन्हें सौंप दिया। Sangaria News
जानकारी के अनुसार, 13 दिसंबर को गांव देसु मलकाना निवासी पाला इन्सां, भारत भूषण इन्सां और राजू इन्सां को डबवाली रोड पर एक मानसिक रूप से परेशान और लाचार व्यक्ति मिला। पूछताछ करने पर उसने केवल अपना नाम मलकीत सिंह बताया, लेकिन अपने घर या परिवार के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सका। सेवादारों ने तुरंत संगरिया ब्लॉक के सेवादार भाइयों से संपर्क किया। संगरिया के सेवादार मौके पर पहुंचे, बुजुर्ग को अपने साथ लाए, तुरंत संगरिया पुलिस थाने में इसकी सूचना दी और सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कीं।
सेवा और परिजनों की तलाश | Sangaria News
सेवादार लगातार मलकीत सिंह के परिजनों को ढूंढने का प्रयास करते रहे। सच्चे और नम्र सेवादार रामफल इन्सां और महेश गोयल के प्रयासों और मेहनत के बाद, बहुत कम समय में ही पंजाब के दुरकोट चढ़ता सिंह वाला, जिला मोगा में रहने वाले मलकीत सिंह के परिजनों से संपर्क स्थापित हो गया। परिजनों को जब यह सुखद खबर मिली कि उनका दो माह से लापता बुजुर्ग सुरक्षित है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खबर मिलते ही मलकीत सिंह के दोनों भाई बलवीर सिंह और दर्शन सिंह तुरंत उन्हें लेने के लिए संगरिया के लिए रवाना हो गए।
यहां पहुंचकर जब उन्होंने अपने भाई मलकीत सिंह को सुरक्षित और स्वस्थ देखा, तो खुशी के मारे उनकी आंखों से अश्रुधारा बहने लगी। दो माह के लंबे अंतराल के बाद अपने बिछड़े हुए परिजनों से मिलकर मलकीत सिंह भी बेहद खुश नजर आ रहे थे। परिजनों ने बार-बार डेरा सच्चा सौदा के सेवादार भाइयों और पूज्य गुरु जी का आभार प्रकट किया और इस मानवीय मुहिम की सराहना की।
”मलकीत कंबाइन का अच्छा ड्राइवर था”
मलकीत के भाई बलवीर सिंह ने बताया कि उसका भाई मलकीत कंबाइन का अच्छा ड्राइवर था अचानक उसकी पत्नी और बेटे का देहांत हो गया जिसके बाद उसकी मानसिक हालत खराब हो गई और वह डिप्रेशन का शिकार होकर घर से निकल गया कई जगह तलाश की लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला। इस प्रकार इंसानियत’ मुहिम एक बार फिर मानवता की सेवा का जरिया बनी और एक परिवार को फिर से जोड़ दिया।
इस सेवा कार्य में मुख्य रूप से शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां, महेश गोयल इन्सां, प्रवीण गोयल इन्सां सच्ची प्रेमी समिति सेवादार गुरचरण खोसा इन्सां, लवली गर्ग इन्सां, रॉकी गर्ग इन्सां, अमराराम इन्सां, सुखदेव इन्सां, हरप्रीत इन्सां, संदीप बाघला इन्सां, सुरेन्द्र जग्गा इन्सां, विनोद हांडा इन्सां, सुभाष गोदारा इन्सां, पवन इन्सां जडंवाला, गिरधारी लाल इन्सां व मनमोहन सिंह का सहयोग रहा। Sangaria News















