
UP Highway News: मुज्जफरनगर, अनु सैनी। उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है। राज्य में 112 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हाईवे बनाने की योजना सामने आई है, जो कानपुर को दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधे जोड़ेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरा होने के बाद न सिर्फ यात्रा का समय घटेगा, बल्कि व्यापार, उद्योग और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
सफर होगा तेज और सुगम | UP Highway News
इस एलिवेटेड हाईवे के बन जाने से कानपुर से दिल्ली और मुंबई की ओर जाने वाले यात्रियों को जाम और शहरों की भीड़ से राहत मिलेगी। हाईवे पूरी तरह आधुनिक तकनीक से लैस होगा, जिससे वाहन बिना रुके तेज गति से सफर कर सकेंगे। अनुमान है कि जहां पहले कई घंटे लगते थे, वहीं अब वही दूरी काफी कम समय में तय की जा सकेगी।
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मिसाल
112 किमी लंबे इस एलिवेटेड हाईवे को मजबूत पिलर्स, चौड़ी लेन और सुरक्षा मानकों के साथ बनाया जाएगा। इसमें
स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट
सीसीटीवी निगरानी
इमरजेंसी सुविधाएं
बेहतर ड्रेनेज सिस्टम
जैसी सुविधाएं शामिल होंगी, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक सफर मिल सके।
आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह हाईवे औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। कानपुर, आसपास के जिलों और औद्योगिक क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा। लॉजिस्टिक्स आसान होने से निवेश बढ़ेगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
कानपुर की कनेक्टिविटी होगी मजबूत
कानपुर पहले से ही उत्तर भारत का एक अहम औद्योगिक और व्यावसायिक केंद्र है। दिल्ली–मुंबई जैसे बड़े कॉरिडोर से सीधे जुड़ने के बाद इसकी रणनीतिक अहमियत और बढ़ जाएगी। यह परियोजना शहर को नेशनल हाईवे नेटवर्क में और मजबूती से जोड़ देगी।
भविष्य की ओर एक बड़ा कदम
यह एलिवेटेड हाईवे उत्तर प्रदेश को आधुनिक और तेज़ रफ्तार राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। बेहतर सड़क नेटवर्क से न सिर्फ लोगों का जीवन आसान होगा, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी।
सहारनपुर, मेरठ और शामली तक पहुंचेगा
वहीं, शाहजहांपुर से मुरादाबाद के आगे तक निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआइ मुरादाबाद को दी गई है. इस प्रोजेक्ट को दो महीने पहले ही दिल्ली स्थित मुख्यालय से मंजूरी मिल गई थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये हाईवे गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर से पीलीभीत से बीसलपुर, शाहजहांपुर में पुवायां होते हुए बरेली के फरीदपुर, नवाबगंज, बहेड़ी तहसील क्षेत्र के गांवों से होकर रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ और शामली तक पहुंचेगा।














