
Atal Canteen: नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर गुरुवार को दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में 100 अटल कैंटीन का शुभारंभ करने जा रही है। इन कैंटीनों में मात्र 5 रुपये में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना भाजपा के चुनावी वादे का हिस्सा रही है, जिसका उद्देश्य राजधानी के नागरिकों को सस्ती और सम्मानजनक भोजन सुविधा देना है। Delhi News
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह पहल खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि अटल कैंटीन विशेष रूप से दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं, जिन्हें रोजमर्रा के भोजन की व्यवस्था में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस योजना को ‘सम्मान के साथ भोजन’ की अवधारणा से जुड़ा बताया। उन्होंने कहा कि अटल कैंटीन ऐसी व्यवस्था बनेगी, जहां कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। यह योजना समावेशी विकास और सामाजिक न्याय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। Delhi News
अटल कैंटीन में दिन में दो समय भोजन परोसा जाएगा
प्रत्येक अटल कैंटीन में दिन में दो समय भोजन परोसा जाएगा, जिसमें दाल-चावल, रोटी और सब्जी जैसे सरल एवं पौष्टिक व्यंजन शामिल होंगे। अनुमान है कि एक कैंटीन प्रतिदिन करीब एक हजार लोगों को भोजन उपलब्ध कराएगी। सरकार द्वारा भारी अनुदान दिए जाने के कारण भोजन की कीमत 5 रुपये ही रखी गई है।
अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण में 100 कैंटीनों के स्थान, मेनू और संचालन से जुड़े सभी दिशा-निर्देश तय कर लिए गए हैं, ताकि सभी केंद्रों पर गुणवत्ता और व्यवस्था में एकरूपता बनी रहे। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भोजन वितरण डिजिटल टोकन प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। सभी कैंटीनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के डिजिटल प्लेटफॉर्म से निगरानी की जाएगी। Delhi News
भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नियमित जांच कराई जाएगी
कैंटीनों की रसोई में एलपीजी आधारित चूल्हे, औद्योगिक स्तर के आरओ जल संयंत्र और कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था होगी। भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नियमित अंतराल पर एफएसएसएआई और एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में नमूनों की जांच कराई जाएगी। इसके अलावा, संचालन से जुड़े संस्थानों को स्वच्छता, कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों पर मासिक रिपोर्ट भी देनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना अटल बिहारी वाजपेयी के उस विचार से प्रेरित है, जिसमें उन्होंने गरीबी को अवसरों की कमी से जोड़ा था। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली का कोई भी नागरिक अपनी गरिमा से समझौता किए बिना पौष्टिक भोजन प्राप्त कर सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पहल दान नहीं, बल्कि समानता और न्याय का प्रतीक है।
सरकार ने संकेत दिए हैं कि शुरुआती चरण की सफलता और लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर अटल कैंटीन नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। साथ ही, इन कैंटीनों के संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय समूहों और स्वयं सहायता समूहों को सौंपी जाएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होने की उम्मीद है। Delhi News














