
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह )। पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड के नेतृत्व में वर्ष 2025 में पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद ने अपराध नियंत्रण और जन-सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। साइबर फ्रॉड, चोरी, लूट और नकबजनी की घटनाओं का प्रभावी अनावरण करते हुए पुलिस ने करीब 31 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद कर पीड़ितों को राहत पहुंचाई है। यह सफलता पुलिस की तकनीकी दक्षता, त्वरित कार्रवाई और जनसहयोग का परिणाम मानी जा रही है।
पुलिस आयुक्त के निर्देशन में साइबर अपराध पर कड़ा प्रहार
पुलिस आयुक्त गौड़ के निर्देशन में साइबर सेल को अत्याधुनिक संसाधनों और प्रशिक्षित कर्मियों से सुदृढ़ किया गया। वर्ष 2025 में साइबर अपराधों के मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की धनराशि पीड़ितों को रिफंड कराई गई। जन-जागरूकता अभियानों के माध्यम से नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क किया गया, जिससे धोखाधड़ी के मामलों में कमी आई। थाना साइबर क्राइम द्वारा वर्ष 2025 में विभिन्न साइबर अपराधों में बड़ी धनराशि की रिकवरी की गई, जिससे जनता का पुलिस पर विश्वास और मजबूत हुआ।
चोरी-लूट के मोबाइल फोन की रिकॉर्ड रिकवरी
विशेष अभियानों के तहत गाजियाबाद पुलिस ने चोरी व लूट में गुम हुए 3172 मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 9 करोड़ 10 लाख रुपये है।ग्रामीण जोन: 936 मोबाइल (3.42 करोड़),ट्रांस हिंडन जोन: 975 मोबाइल (2.78 करोड़),नगर जोन: 1261 मोबाइल (2.90 करोड़) के बरामद मोबाइल फोन विधिक प्रक्रिया पूर्ण कर पीड़ितों को सौंपे गए।
चोरी, लूट व नकबजनी का सफल खुलासा
साइबर सेल ने वर्ष 2025 में गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने चोरी, लूट, डकैती और नकबजनी की घटनाओं का वैज्ञानिक व तकनीकी जांच के आधार पर त्वरित खुलासा किया। संगठित गिरोहों के कई शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लाखों रुपये के आभूषण, नकदी, वाहन और अन्य संपत्ति बरामद की गई।
कुल बरामदगी 30.96 करोड़ से अधिक
एक जनवरी 2025 से 22 दिसंबर 2025 तक विभिन्न अपराधों में कुल 30 करोड़ 96 लाख 66 हजार 372 रुपये की बरामदगी दर्ज की गई है। इस दौरान दोपहिया-चारपहिया वाहन, नकदी,ज्वैलरी और अन्य कीमती संपत्ति पुलिस के हाथ लगी। पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड ने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई और नागरिकों के सहयोग से गाजियाबाद को सुरक्षित और अपराध मुक्त बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्ष 2025 की यह उपलब्धि गाजियाबाद पुलिस के लिए मील का पत्थर साबित हुई है।














