Bhagwant Mann: छोटे साहिबजादों की बेमिसाल कुर्बानी ने मानवता को अन्याय व जुल्म के विरुद्ध लड़ने की दी प्रेरणा: सीएम

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Fatehgarh Sahib News: सीएम भगवंत सिंह मान अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ माथा टेकने जाते हुए। छाया: अनिल लुटावा

सीएम भगवंत मान धर्मपत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में हुए नतमस्तक

फतेहगढ़ साहिब (सच कहूँ/अनिल लुटावा)। Veer Bal Diwas: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और उनकी धर्मपत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर ने शुक्रवार सुबह यहां ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक होकर माता गुजरी जी तथा छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की बेमिसाल कुर्बानी को नमन किया। शहीदी सभा के दिनों के महत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा पंजाब इन दिनों को ‘शोक के दिनों’ के रूप में मनाता है, क्योंकि इन्हीं दिनों में अत्याचारी शासकों द्वारा छोटे साहिबजादों को जिंदा ही दीवार में चिनवा दिया गया था। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को इस अनोखी और अद्वितीय कुर्बानी पर गर्व है, जो न केवल पंजाबियों और देशवासियों के लिए, बल्कि विश्वभर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणास्रोत है। Fatehgarh Sahib News

उन्होंने बताया कि शहीदी सभा के दौरान करीब 50 लाख श्रद्धालु फतेहगढ़ साहिब पहुंचकर गुरु घर का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। वहीं छोटे साहिबजादों की शहादत के दिन को ‘वीर बाल दिवस’ नाम देने को लेकर उठे विवाद पर सीएम ने कहा कि जब भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने यह नाम रखने का फैसला लिया था, तब शिरोमणि अकाली दल ने बाकायदा ट्वीट कर इसका समर्थन किया था, लेकिन अब साध-संगत के विरोध के कारण इससे पीछे हट रहा है। मान ने कहा कि साहिबजादों की बेमिसाल कुर्बानी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता और न ही किसी एक दिवस से जोड़ा जा सकता है। अकाली दल का बयान से मुकरना यह साबित करता है कि यह पार्टी धर्म और विरासत के प्रति गंभीर नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रास्ते में रुककर चाय का लंगर छका और साध-संगत से बातचीत की। इस अवसर पर हलका विधायक लखवीर सिंह राय भी मौजूद थे।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए व्यापक इंतजाम: सीएम भगवंत मान

दुनियाभर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी देते हुए सीएम ने बताया कि साध-संगत के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं, आवागमन, साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और अन्य इंतजाम व्यापक स्तर पर किए गए हैं, ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि शहीदी सभा के अवसर पर साध-संगत के लिए उचित प्रबंध करना सरकार का प्रथम कर्तव्य है और इस नेक कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। Fatehgarh Sahib News

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