पांच बीघा जमीन के लिए खूनी संघर्ष, फायरिंग में किसान की मौत 5 घायल

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Sirsaganj News: पांच बीघा जमीन के लिए खूनी संघर्ष, फायरिंग में किसान की मौत 5 घायल

गांव नंदराम की मढैया में वारदात, बीच-बचाव में आए परिवार के 5 लोग घायल

  • अशोक कुमार पत्रकार सिरसागंज फिरोजाबाद

सिरसागंज (सच कहूँ न्यूज़)। Sirsaganj News: सिरसागंज थाना नसीरपुर क्षेत्र के गांव नंदराम की मडैयाँ में सोमवार रात पांच बीया जमीन के लिए दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। एक पक्ष ने ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें खेत से लौट रहे एक किसान की मौके पर ही मौत हो गई। बीच-बचाव करने आए मृतक किसान सत्यभान उम्र 45 वर्ष के तीन बेटों, भाई और पत्नी समेत पांच लोग पायल हो गए।

नसीरपुर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। सोमवार रात करीब 9 बजे किसान सत्यभान और गांव में रहने वाले एक अन्य परिवार के बीच पांच बीघा जमीन की रंजिश को लेकर कहासुनी हो गई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट शुरू हो गई। सत्यभान की पत्नी राधा ने आरोप लगाया कि जब उनके पति खेत से काम कर लौट रहे थे तभी दूसरे पक्ष ने उन्हें घेर लिया और उन पर गोलियां बरसा दी। गोली लगते ही सत्यभान जमीन पर गिर पड़े और मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई।

बीच-बचाव करने आए सत्यभान के बेटे गुलशन, शिवम, लवकुश, भाई राजपाल, भतीजा शिव कुमार और पत्नी घायल हो गये। पीड़ित पक्ष का आरोप, है कि सीएम दरबार में भी नहीं हुई सुनवाई | Sirsaganj News

किसान सत्यभान हत्याकांड में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। मृतक के भतीजे चंद्रपाल यादव ने आरोप लगाया है कि इस खूनी संघर्ष की पटकमा काफी समय से लिखी जा रही को, जिसकी शिकायत उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री दरबार (आईजीआरएम/जनसुनवाई में भी की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। चंद्रपाल यादव का सीधा आरोप नसीरपुर थाने में तैनात एक दरोगा पर है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने विवाद सुलझाने और सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन आरोप है कि दरोगा ने दूसरे पक्ष से सांठगांठ कर ली और मामले को दबाए रखा। परिजनों के अनुसार, अगर मुख्यमंत्री पोर्टल पर दी गई शिकायतों पर पुलिस ने समय सहते एक्शन लिया होता, तो आज सत्यभान जिंदा होते। हत्याकांड के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात है।

पत्नी बोली- सत्यभान को संभलने तक का मौका नहीं दिया। मृतक सत्यभान के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी राधा ने बिलखते हुए बताया कि सत्यभान दिनभर खेत में काम करने के बाद घर लौट रहे थे। उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि रास्ते में मौत उनका इंतजार कर रही है। हमलावरों ने उन्हें संभलने तक का मौका नहीं दिया। उधर, गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है, दोनों पक्षों में काफी समय से जमीन का विवाद चल रहा था, लेकिन वह इतनी बड़ी वारदात हो जाएगी, इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि फायरिंग के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार लाइसेंसी था या अवैध।

राधा को भी गंभीर चोटें आई। सूचना मिलते ही नसीरपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को संयुक्त चिकित्सालय शिकोहाबाद में भर्ती कराया। सीओ सिरसागंज अनिवेश सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए फिरोजाबाद भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है। तहरीर मिलते ही प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। Sirsaganj News