हनुमानगढ़। जल परामर्श समिति की बैठक के दौरान सोमवार को भारी हंगामा देखने को मिला। जल संसाधन विभाग कार्यालय में चल रही इस बैठक में नहरों में पानी छोड़े जाने को लेकर तीखी बहस हो गई। चार समूहों में से दो समूहों में पानी चलाने की मांग को लेकर जनप्रतिनिधि आक्रोशित हो गए। Hanumangarh News
बैठक के बीच ही कुछ विधायकों ने विरोध दर्ज कराते हुए बाहर आकर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि यदि चार में से दो समूहों को पानी नहीं दिया गया तो किसान पूरी तरह बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएंगे। विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है।
इस दौरान सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वर्तमान में बांध में जलस्तर इतना नहीं है कि सभी समूहों को पानी उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने बताया कि उपलब्ध संसाधनों को देखते हुए केवल तीन में से एक समूह में ही सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जा सकता है। धरने पर बैठे जनप्रतिनिधियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नहरों में पूरा पानी देने की मांग दोहराई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आधा-अधूरा निर्णय किसानों के हितों के साथ अन्याय है।
धरने में रायसिंहनगर विधायक सोहन नायक, पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल, अनूपगढ़ विधायक शिमला नायक तथा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनीष मक्कासर सहित कई नेता मौजूद रहे। समाचार लिखे जाने तक धरना जारी था और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। Hanumangarh News















