पुणे/महाराष्ट्र (सच कहूँ न्यूज़)। Honesty: पूज्य पिताजी के पावन वचनों और संस्कारों पर चलते हुए पुणे (महाराष्ट्र) में मात्र 7 वर्ष के बालक वितुल इन्सां ने ईमानदारी और मानवता की एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। वितुल, सच्चे नम्र सेवादार बहन लवलीन इन्सां का सुपुत्र है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वितुल इन्सां को रास्ते में एक बहन का गुम हुआ पर्स मिला। उस पर्स में लगभग 1800 की नगद राशि तथा बहन के महत्वपूर्ण दस्तावेज मौजूद थे। छोटी उम्र होने के बावजूद, वितुल ने न तो पर्स को नजरअंदाज किया और न ही उसमें रखे पैसों की ओर आकर्षित हुआ। बल्कि अपने संस्कारों का परिचय देते हुए उसने पर्स को सुरक्षित रूप से उसकी असली मालकिन तक पहुँचाया।
जब पर्स लौटाया गया, तो बहन की खुशी और भावुकता देखते ही बनती थी। उन्होंने वितुल और उसके परिवार का दिल से धन्यवाद किया। इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि सच्चे संस्कार उम्र के मोहताज नहीं होते। वितुल इन्सां का यह सराहनीय कार्य पूज्य पिताजी द्वारा दिए गए सत्संग और नैतिक शिक्षा का प्रत्यक्ष उदाहरण है। आज के समय में, जहाँ ईमानदारी दुर्लभ होती जा रही है, वहीं इस छोटे से बालक ने समाज को एक बड़ा संदेश दिया है। क्षेत्रवासियों ने वितुल की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे बच्चे ही समाज और देश का उज्ज्वल भविष्य होते हैं। वितुल इंसा न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे पुणे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बन गया है। Honesty
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