सोमवार को दो बजे से लेकर 3 बजे तक बरसे बदरा
गर्मी से मिली राहत ल्ल किसानों के चेहरे खिले
अबोहर (नरेश/ सुधीर)। सोमवार दोपहर करीब एक घंटे तक हुई भारी बारिश से जहां पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भयंकर गर्मी से लोगों ने राहत की सांस ली और किसानों के चेहरे भी खिल गए वहीं शहर के अधिकतर क्षेत्रों में जलभराव होने से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं कुछ दुकानों में पानी घुसने से दुकानदारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी और उनके माथे पर चिंता की लकीरें देखी गई कि कहीं और अधिक बरसात आ गई तो उनकी दुकानों का क्या होेगा।
इन क्षेत्रों में भरा पानी
जानकारी के अनुसार सोमवार दोपहर करीब सवा 2 बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश सवा तीन बजे तक जारी रही, जिससे शहर के सभी मुख्य मार्गों सरकुलर रोड़, गौशाला रोड़, साहित्य सदन रोड़, कंधवाला रोड़ तथा शहर के अधिकतर क्षेत्रों में पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। पूरी तरह से लबालब हुई सड़कों पर अनेक दुपहिया वाहन बंद होने से उनको धक्का लगाने को मजबूर होना पड़ा। कई निचले क्षेत्रों में बरसाती पानी घरों में घुसने से सामान को नुकसान भी पहुंचा है। यदि रात्रि तक और बरसात आ गई तो क्षेत्रवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सीवरेज बोर्ड के संपर्क में
नगर परिषद के ईओ विजय जिंदल से बात करने पर उन्होंंने कहा कि शहरवासियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सीवरेज बोर्ड से लगातार तालमेल बनाए हुए हैं। पानी निकासी को यकीनी बनाने को लेकर वे रात्रि तक उनके संपर्क में रहेंगे और कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द पानी की निकासी हो जाए।
मोटर चलवाकर करवाएंगे पानी निकासी
एसडीएम पूनम सिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि वे शहर में पानी निकासी की स्थिति से अवगत हंै और डिस्पोजल पर जैनरेटर के माध्यम से मोटर चलवाकर पानी निकासी करवाई जा रही है। यदि लाईट न आई तो वे किसी न किसी माध्यम से शीघ्र पानी की निकासी करवाएंगी और फंड के कारण पानी निकासी के काम में बाधा नहीं आने दी जाएगी।उन्होंने कहा कि पानी निकासी को लेकर किसी अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही बदार्शत नहीं की जाएगी।
जनरेटर का बंदोबस्त नहीं, दूसरी मोटर को चलाना संभव नहीं
वाटर एवं सीवरेज विभाग के एसडीओ हरशरणजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डिस्पोजल पर लगी तीन मोटरों में से दो मोटरें बिजली पर चलती है लेकिन लाईन न होने के कारण जैनरेटर चलाकर एक मोटर से पानी की निकासी करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सीवरेज बोर्ड के पास फंड न होने के कारण दूसरी मोटर को जैनरेटर पर चलाना संभव नहीं है। यदि प्रशासन उन्हें दूसरे जैनरेटर का बंदोबस्त करके देगा तो शीघ्र शहर से पानी की निकासी हो जाएगी।
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