
Haryana IPS suicide case: चंडीगढ़। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। चंडीगढ़ पुलिस ने इस घटना से जुड़ी एफआईआर गुरुवार को दर्ज की थी, लेकिन अब अधिकारी की पत्नी अमनीत पी. कुमार ने शुक्रवार को सेक्टर-11 थाने में एक और आवेदन देकर एफआईआर में बदलाव की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट में आरोपियों के नाम शामिल नहीं किए गए हैं। Haryana News
अमनीत पी. कुमार, जो स्वयं हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं, ने कहा कि एफआईआर में संशोधन कर जिम्मेदार व्यक्तियों के नाम जोड़े जाएँ और जांच निष्पक्ष रूप से की जाए। उन्होंने यह भी शिकायत की कि पुलिस ने अब तक उन्हें उनके पति के सुसाइड नोट की प्रति उपलब्ध नहीं कराई है, जबकि वह जांच की पारदर्शिता के लिए आवश्यक है।
पुलिस ने पहले बताया था कि मामला धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) बीएनएस और धारा 3(1)(आर) अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, मामले की गहन जांच जारी है और सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ की जाएगी। Haryana News
7 अक्टूबर को वाई. पूरन कुमार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी
ज्ञात हो कि 7 अक्टूबर को वाई. पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वह हरियाणा पुलिस के एक अनुभवी अधिकारी थे और वर्तमान में पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज में पदस्थ थे। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। घटना के समय उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार जापान दौरे पर थीं, जहाँ वह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ आधिकारिक यात्रा पर गई थीं। वह वर्तमान में विदेश सहयोग विभाग की आयुक्त एवं सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
अमनीत पी. कुमार ने अपने हालिया पत्र में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पति को निरंतर मानसिक और पेशेवर रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके चलते उन्होंने यह कठोर कदम उठाया। पुलिस अब मामले की दिशा और एफआईआर में संशोधन को लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया पर विचार कर रही है। Haryana News














