खरखौदा, सच कहूं /हेमंत कुमार। क्षेत्र के विकास के लिए विशेष पैकेज देने की मांग की। पूर्व सीपीएस जयवीर वाल्मीकि ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 28 दिसंबर को मुख्यमंत्री खरखौदा में पहुंच रहे हैं। क्षेत्र के विकास के लिए एक विशेष पैकेज देकर जाएं ताकि क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर को बदला जा सके। क्योंकि बीजेपी की सरकार में क्षेत्र में अभी तक एक ईंट भी लगाने का काम नहीं किया है। आज जो क्षेत्र की तस्वीर बदली हुई है वह केवल कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में किया गया था। भाजपा ने उनके द्वारा करवाए गए कार्यों पर मरम्मत करवाने का भी काम नहीं किया। नया कोई प्रोजेक्ट लगाने की बात तो बहुत दूर की है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लग रहे आईएमटी प्रोजेक्ट को भाजपा अपनी उपलब्धि बता रही हैं । परंतु वास्तव में यह भूपेंद्र हुड्डा की देन है उन्हीं के कार्यकाल में आईएमटी लगाने का काम शुरू किया गया था। भाजपा ने तो यहां के युवाओं का रोजगार तक छीन लिया है। क्योंकि आईएमटी में क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार देने की बात कही गई थी। परंतु आज स्थानीय युवा दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। दूसरे प्रदेशों के व्यक्तियों को रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्षेत्र में 600 करोड के शहरी क्षेत्र में विकास व 200 करोड रुपए ग्रामीण क्षेत्र मे विकास कार्य करवाने का काम किया था। परंतु इस भाजपा सरकार ने एक भी काम नहीं करवाया है ।
यहां तक की उनके समय में बनाए गए भवनों की मरम्मत तक नहीं की गई है। अब मुख्यमंत्री 28 तारीख को विकास रैली में पहुंच रहे हैं तो क्षेत्रवासियों को उम्मीद है कि वे क्षेत्र की काया पलट करने के लिए एक विशेष पैकेज देकर जाएं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में रिठाला से खरखौदा आईएमटी तक मेट्रो लाइन प्रोजेक्ट पर भी विचार किया गया था। परंतु सरकार ने इन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया है। क्षेत्र को तहसील से उपमंडल का दर्जा , नया बस अड्डा , अस्पताल की बिल्डिंग, पार्क, आईटीआई, राजकीय कॉलेज, फायर ब्रिगेड का ऑफिस, पुलिस स्टेशन, तहसील भवन, शहर के सभी मुख्य सड़क मार्ग , सीवरेज लाइन जैसे अनेक विकास कार्य उन्हीं के कार्यकाल में करवाए गए थे। उन्होंने कहा कि जब भी क्षेत्र के सरपंचों से उनकी बातचीत होती है उनके द्वारा बताया जाता है की विधायक द्वारा कोई ग्रांट उनके गांव में नहीं दी गई है। मुख्यमंत्री से मांग है कि पंचायत में भी गांव के विकास कार्यों के लिए ग्रांट देने का काम किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तावित गोहाना को नया जिला बनाने की बात कही जा रही है। गोहना को नया जिला बनाने का स्वागत है।
परंतु खरखौदा क्षेत्र को सोनीपत जिले में ही रखा जाए क्योंकि खरखौदा से सोनीपत मात्र 18 से 20 किलोमीटर दूरी पर है। और देश की राजधानी के बिल्कुल करीब है जो की 10 किलोमीटर की दूरी पर है। इसलिए यहां के लोगों का कामकाज सोनीपत और दिल्ली से किया जाता है। इसलिए सरकार से मांग है कि खरखौदा को सोनीपत जिले में ही रखा जाए। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से ककरोई मार्ग मे मात्र एक किलोमीटर का रास्ता है जो टूटा हुआ पड़ा है जिसकी आज तक सरकार द्वारा रिपेयरिंग नहीं की गई। लोगों द्वारा प्रशासन व विभाग को अनेक बार इसकी शिकायतें दी गई परंतु उसका समाधान नहीं हुआ। जब 1 किलोमीटर सड़क मार्ग का कई वर्षों में काम नहीं किया गया तो नई सड़क मार्ग बनाने की तो सरकार से कल्पना नहीं की जा सकती।















