Maharashtra News: लातूर। महाराष्ट्र के लातूर ज़िले के औसा शहर में वन विभाग और सर्पमित्रों की संयुक्त टीम ने एक अनोखी कार्रवाई करते हुए उन लोगों को पकड़ा है जो दंतविहीन नाग को लेकर सड़कों पर भीख मांग रहे थे। टीम ने मौके से जीवित नाग को सुरक्षित बरामद कर लिया। सूत्रों के अनुसार, दिवाली पर्व के दौरान कुछ लोग एक नाग को अपनी रोज़ी-रोटी का साधन बनाकर भीख मांगने का कार्य कर रहे थे। उन्हें जब सर्पमित्रों ने देखा तो तुरंत इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर नाग को उनके कब्जे से छुड़ाया। Snake News
जांच में पता चला कि नाग के विषदंत पूरी तरह निकाल दिए गए थे, जिससे उसकी सेहत पर गंभीर असर पड़ा था। नाग को तुरंत लातूर भेजा गया, जहां सर्पमित्र भीमाशंकर गाढवे और पशुचिकित्सक डॉ. नेताजी शिंगटे की देखरेख में उसका उपचार शुरू किया गया।
डॉ. शिंगटे ने बताया कि नाग की हालत अब सुधर रही है और उसके दांत पुनः विकसित होने लगे हैं। शुरुआती जांच में पाया गया कि उसके नए दांत लगभग दो मिलीमीटर तक बढ़ चुके हैं। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगा। वन विभाग ने इस मामले में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों की तुरंत सूचना विभाग को दें ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। Snake News















