वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में शामिल एक और एजेंट गिरफ्तार

मामले में कुल 13 आरोपी पहले ही किए जा चुके हैं गिरफ्तार

जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एम.वी.आई.) नरेश कलेर के साथ मिलीभुगत करने वाले एक और एजेंट गौरव अरोड़ा, निवासी सैंट्रल टाऊन, जालंधर को गिरफ़्तार किया है। ब्यूरो ने उसका मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया है जो इस घोटाले के बारे और जानकारी इकत्र करने के लिए डाटा माहिरों को भेजा जाएगा।

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जानकारी देते हुए ब्यूरो के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि ब्यूरो ने एम.वी.आई, जालंधर के दफ़्तर में अगस्त 2022 में अचानक चैकिंग की और बड़े स्तर पर प्राईवेट एजेंटों के साथ मिलीभुगत करके व्यापारिक और निजी वाहनों की जांच किए बिना फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए किए जा रहे संगठित भ्रष्टाचार का पदार्फाश किया था। प्रवक्ता ने आगे बताया कि पुख़्ता सबूतों के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में 23 अगस्त 2022 को भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 ए और आइपीसी की धारा 420, 120-बी के अधीन मामला दर्ज किया गया है।

इस मामले में कुल 13 आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं जो कि जेल में बंद हैं जिनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह और हरविन्दर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की, अरविन्द कुमार उर्फ बिंदु, वरिन्दर सिंह उर्फ दीपू, सपना, लवलीन सिंह लवी और राजेश सहोता (सभी प्राईवेट एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले की आगे जांच जारी है और बाकी भगौड़े मुलजिमों को जल्दी ही काबू कर लिया जाएगा।

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