इसरो के नाम एक और कामयाबी, पूज्य गुरु जी ने व रूह दी हनीप्रीत इन्सां ने ऐसी दी बधाई

श्रीहरिकोटा (एजेंसी)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ईओएस-07) और दो अन्य उपग्रहों को ले जाने वाले लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी-डी2) को शुक्रवार को सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र के शार रेंज से प्रक्षेपति किया। आज तड़के दो बजकर 48 मिनट पर शुरू हुई साढ़े छह घंटे की उलटी गिनती के बाद एसएसएलवी-डी2 को फस्ट लॉन्च पैड से 9 बजकर 18 मिनट पर प्रक्षेपित किया गया। उधर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इंस्ट्राग्राम पर एक रील अपलोड की है।

वहीं पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की बेटी ‘रूह दी’ हनीप्रीत इन्सां ने ट्वीट कर इसरो को बधाई दी।

https://twitter.com/insan_honey/status/1623944617271128065

इसरो ने बताया कि नया रॉकेट

आज सुबह नौ बजकर 18 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी-डी2) के दूसरे संस्करण की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग कर दी है। इसरो ने बताया कि नया रॉकेट अपनी 15 मिनट की उड़ान के दौरान तीन उपग्रहों – ईओएस-07, अंतरिस जानूस-1 और स्पेसकिड्ज के आजादीएसएटी-2 को 450 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा में स्थापित करके अपना मिशन पूरा करेगा। इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ सहित मिशन कंट्रोल सेंटर के सभी वैज्ञानिक उड़ान की गति पर नजर जमाए हुए हैं।

उड़ान के 15 मिनट की अवधि के बाद 119 टन के भार के साथ तीन-चरणों वाला 34 मीटर लंबा एसएसएलवी, 156.3 किलोग्राम ईओएस-07, 10.2 किलोग्राम जानूस-1 और 8.8 किलोग्राम आजादीसैट-2 को कक्षा में स्थापित करेगा। ईओएस-07 मिशन का उद्देश्य सूक्ष्म उपग्रह बस और प्रौद्योगिकियों के साथ पेलोड उपकरणों को डिजाइन और विकसित करना है जो कि भविष्य में उपग्रहों के लिए आवश्यक हैं। नया इओएस-07 इसरो द्वारा डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है। इसरो के नए परीक्षण में एमएम-वेव ह्यूमिडिटी साउंडर और स्पेक्ट्रम मॉनिटरिंग पेलोड शामिल हैं।

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