New Kendriya Vidyalayas Scheme: नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को देशभर में 57 नए केंद्रीय विद्यालय स्थापित करने की मंजूरी दी है। इस परियोजना पर लगभग 5,862 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। वर्तमान में देश में 1,288 केंद्रीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें से तीन विदेशों (मॉस्को, काठमांडू और तेहरान) में स्थित हैं। नई योजना के तहत खुलने वाले ये विद्यालय मुख्यतः केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा की जरूरतों को पूरा करेंगे। इनमें से सात विद्यालय गृह मंत्रालय द्वारा और शेष 50 राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्रायोजित होंगे। Kendriya Vidyalayas News
नए विद्यालयों का वितरण
20 विद्यालय उन जिलों में जहां पहले केंद्रीय विद्यालय नहीं थे।
14 विद्यालय आकांक्षी जिलों में।
4 विद्यालय उग्रवाद प्रभावित जिलों में।
5 विद्यालय उत्तर-पूर्व और पहाड़ी क्षेत्रों में।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बालवाटिका की व्यवस्था
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, पहली बार इन 57 विद्यालयों में बालवाटिका (प्री-प्राइमरी) कक्षाएं भी उपलब्ध होंगी। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप की जा रही है।
छात्रों और रोजगार पर प्रभाव | Kendriya Vidyalayas News
एक पूर्ण विकसित केंद्रीय विद्यालय में लगभग 1,520 छात्र पढ़ सकते हैं। इन 57 नए विद्यालयों से लगभग 86,640 छात्रों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। साथ ही, प्रत्येक विद्यालय में लगभग 81 नए पद सृजित होंगे, जिससे 4,617 स्थायी रोजगार अवसर बनेंगे।
निर्माण और अवसंरचना के कार्यों से कुशल एवं अकुशल श्रमिकों को भी रोजगार मिलेगा। मंत्रालय का मानना है कि ये नए विद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता को उन जिलों और राज्यों तक पहुंचाएंगे, जहाँ अब तक केंद्रीय विद्यालय नहीं थे या उनकी संख्या सीमित थी। केंद्रीय विद्यालयों की यह नई श्रृंखला केवल शिक्षा तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि राष्ट्रीय एकीकरण, समावेशन और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को भी सुदृढ़ करेगी। Kendriya Vidyalayas News