
Mumbai CNG Crisis: मुंबई। शहर में गैस आपूर्ति बाधित होने के कारण मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुख्य गैस पाइपलाइन (Gas Pipeline Leak) को हुए गंभीर नुकसान के बाद कई सीएनजी पंप बंद पड़े हैं, जिसके चलते ऑटो-रिक्शा चालकों ने किराए में भारी बढ़ोतरी कर दी है। इस स्थिति से परेशान यात्रियों ने सोशल मीडिया और स्थानीय माध्यमों पर अपनी गहरी नाराज़गी व्यक्त की है। हालांकि, महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) का कहना है कि आपूर्ति बहाल करने के प्रयास तेज़ी से जारी हैं और स्थिति शीघ्र सामान्य होने की उम्मीद है। Mumbai News
कई यात्रियों ने बताया कि सामान्य दूरी के लिए भी रिक्शा चालक मनमाना किराया मांग रहे हैं। एक यात्री ने शिकायत की कि जहाँ मीटर के अनुसार लगभग ₹90 किराया बनता था, वहीं ऑटो चालक ₹150 से ₹200 तक की मांग कर रहे हैं। कुछ स्थानीय निवासियों का कहना है कि निकटतम मेट्रो स्टेशन तक पहुँचने के लिए रिक्शा वालों ने ₹400 से ₹500 तक की माँग की, जिसके कारण लोग मजबूरन घर से ही काम करने को विवश हो गए हैं।
ऐप-आधारित टैक्सियों में भी उछाल
सीएनजी की कमी की वजह से ओला और उबर जैसी सेवाओं पर भी सर्ज प्राइसिंग कई गुना बढ़ गई। मीरा रोड से बीकेसी तक की यात्रा, जो सामान्य दिनों में लगभग ₹400 में पूरी हो जाती है, रविवार को ₹600 से भी अधिक हो गई। कई टैक्सी चालकों को तत्काल प्रभाव से पेट्रोल पर निर्भर होना पड़ा, जिससे परिचालन लागत और बढ़ गई है।
सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (आरसीएफ) परिसर के भीतर एक थर्ड-पार्टी एजेंसी द्वारा खुदाई के दौरान अनजाने में गेल की प्रमुख गैस पाइपलाइन को नुकसान पहुँच गया। इस क्षति के कारण वडाला स्थित सिटी गेट स्टेशन (सीजीएस) में गैस के दबाव में भारी कमी आ गई, जिससे मुंबई महानगर क्षेत्र के कई सीएनजी स्टेशनों पर आपूर्ति प्रभावित हुई।
एमजीएल ने बयान जारी कर कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की बिना रुकावट आपूर्ति को प्राथमिकता दी जा रही है। कंपनी टीमों को तैनात कर जल्द से जल्द पाइपलाइन दुरुस्त करने में जुटी है। इधर, मुंबई ऑटोरिक्शा-टैक्सी संघ के प्रतिनिधियों ने राज्य के परिवहन मंत्री से मांग की है कि जिन चालकों को घंटों लंबी लाइनों में इंतज़ार करना पड़ा और जिसकी वजह से दो दिन की आय प्रभावित हुई—उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाए। Mumbai News














