जानलेवा महामारी में कालाबाजारी का भंडाफोड़

Black marketing busted in deadly epidemic

मेडिकल स्टोर पर 35 हजार में बेचा जा रहा था रेमडेसिविर इंजेक्शन, संचालक गिरफ्तार

  • सीआईए-2 की छापेमारी में हुआ खुलासा

भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। शनिवार को रुपयों के लालच में आपदा को अवसर बनाने के घिनौने गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। सीआईए-2 पुलिस ने खुलासा किया निजी अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर 35-35 हजार रुपये में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे जा रहे थे। इस मामले में मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार किसी ने सीआईए-2 इंचार्ज इंस्पेक्टर श्रीभगवान यादव को जानकारी दी कि उन्हें रेडमेसिविर के दो इंजेक्शन 70 हजार रुपए में दिये गए हैं। छापेमारी में ये बात सिद्ध होने पर पुलिस ने स्टोर संचालक इंद्र को गिरफ्तार कर लिया। मैडिकल स्टोर संचालक व इंजेक्शन काबू कर पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर को मौके पर बुलाया। ड्रग इंस्पेक्टर मनीष ग्रोवर ने बताया कि इस रेडमेसिविर इंजेक्शन की कीमत 5400 रुपए है, जो पुरानी कीमत है। अब ये इंजेक्शन 3700 रुपए की कीमत में आता है। हैरानी की एक और बात ये है कि प्राथमिक जांच में ये इंजेक्शन नकली लग रहे हैं, जिसे जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है।

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