पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं ने जगाई अलख
- मानवता भलाई कार्यों में हमेशा आगे रहते थे
घड़साना (सच कहूँ/जगरूप)। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी न सिर्फ जीते जी बल्कि इस जहां से रुखस्त होने के बाद भी इन्सानियत के काम आते हैं। इसी क्रम में शहर के सचखंडवासी (Mohanlal Insan) मोहनलाल इन्सां (49) की पार्थिव देह मेडिकल रिसर्च हेतु शिव शक्ति मेडिकल कॉलेज, भिखी मंडी (मानसा) को दान की गई। वे अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और पुत्रवधु छोड़ गए हैं।
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जानकारी के अनुसार मोहन लाल इन्सां बीती रात्रि हृदयगति रूकने से अपनी स्वांसों रूपी पूंजी पूर्ण कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे। मोहन लाल इन्सां ने अपने जीते जी ही पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए शरीरदान का प्रण लिया हुआ था। परिजनों ने मोहन लाल इन्सां की अंतिम इच्छा को सर्वोपरि रखते हुए पार्थिव देह को दान करने का निर्णय लिया।
साध संगत ने ‘‘शरीरदानी मोहन लाल इन्सां अमर रहे! अमर रहे!’’, ‘‘जब तक सूरज चाँद रहेगा मोहन लाल इन्सां तेरा नाम रहेगा’’ के नारों से साथ पार्थिव देह को विदा किया। इस मौके पर शरीरदानी के परिजन, शहर के गणमान्य नागरिक, रिश्तेदार व डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने सचखंडवासी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एंबुलेंस में मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया। रमेश कुमार बब्बू इन्सां ने बताया सचखंडवासी मोहन लाल इन्सां की पार्थिव देह को शिव शक्ति मेडिकल कॉलेज, भिखी मंडी (मानसा) को रिसर्च के लिए दान किया गया।
इस मौके पर ब्लॉक के जिम्मेवारों ने कहा कि मोहन लाल इन्सां (Mohanlal Insan) मानवता भलाई कार्यों में हमेशा आगे रहते थे। जब भी किसी जरूरतमंद की मदद की बात आती तो वे सबसे बढ़कर उसकी मदद करते थे। उन्होंने कहा कि धन्य हैं ऐसे सतगुरु के प्यारे जो जीते जी तो मानवता के काम आते ही हैं और इस जहां से जाने के बाद भी मानवता को समर्पित हो जाते हैं।















