Body Donation: मेडिकल शोध के काम आएगी विद्यानंद इन्सां की पार्थिव देह

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Karnal News: मेडिकल शोध के काम आएगी विद्यानंद इन्सां की पार्थिव देह

करनाल के कंबोपारा निवासी विद्यानंद इंसां का 63 वर्ष की उम्र में हुआ शरीरदान

करनाल (सच कहूँ न्यूज़)। Body Donation: करनाल के कम्बोपुरा निवासी विद्यानंद इन्सां की पार्थिव देह पर अब देश के युवा डॉक्टर शोध करेंगें व बीमारियों का ईलाज ढूंढकर देश का नाम दुनिया में चमकाने का काम करेंगें। बात कर रहे हैं करनाल के कंबोपुरा निवासी 63 वर्षीय विद्यानंद इन्सां की, जिनका सोमवार को देहांत हो गया। मरने से पहले विद्यानंद इन्सां ने डेरा सच्चा सौदा में शरीरदान का फार्म भरा हुआ था।

उनकी आखरी इच्छा को पूरा करते हुए परिवार ने उनके शरीर को मरणोपरांत मेडिकल शोध के लिए मेडिकल कॉलेज में दान किया है। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर कमेटी के सेवादारों ने मानव श्रृंखला बनाकर शरीरदानी सावन इन्सां को श्रद्धासुमन अर्पित कर अंतिम विदाई दी व एंबुलेंस के माध्यम से उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। इस दौरान विद्यानंद इन्सां अमर रहे के नारों से पूरा आसमान गुंजायमान हो गया। Karnal News

विद्यानंद इन्सां के पुत्र सुमित इन्सां ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। उसके पिता विद्यानंद इन्सां मरने से पहले कई बार कहते थे कि उसकी मृत्यु के पश्चात उसके शरीर को जलाने की बजाए मेडिकल शोध के लिए दान किया जाए ताकि युवा पीढी शोध कर सके। उनकी इच्छा को पूरा करते हुए परिवार ने उनकी मृत्यु के पश्चात डेरा सच्चा सौदा में संपर्क किया और सरकारी मेडिकल कॉलेज उधमपुर (जम्मू-कश्मीर) मेें उनका शरीर दान किया है। विद्यानंद इन्सां अपने पीछे पत्नी मीना इंसां पुत्र सुमित इन्सां, सुशांत इन्सां, पुत्रवधु रवि इंसां व मंजू को छोड़ गए।

पुरा परिवार तन मन धन से डेरे को समर्पित | Karnal News

विद्यानंद इंसां का पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है और पूरे तन मन धन से डेरे में सेवा करते हैं उनका परिवार हमेशा दीन दुखियों की मदद में आगे रहता है विद्यानंद इंसां भी हमेशा दीन दुखियों की मदद में आगे रहते थे।
उनकी पत्नी मीना देवी वर्षो से करनाल से सच्चे नर्म सेवादार की सेवा कर रही हैँ।

2500 से ज्यादा हो चुके शरीरदान

डेरा सच्चा सौदा के सच्चे नम्र सेवादार किरपा राम इन्सां, राजेश व राकेश इन्सां ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादार जीते जी जहां मानवता की सेवा कर रहे हैं, वहीं मरणोंपरांत भी शरीर व आंखों का दान कर इन्सानियत की मिशाल कायम कर रहे हैं। पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए अब तक 2500 से ज्यादा डेरा श्रद्धालु मरणोपरांत स्वेच्छा से शरीरदान कर चुके हैं। Karnal News

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