K. Kavitha Suspension: हैदराबाद। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने अपनी वरिष्ठ नेता और विधान परिषद सदस्य के. कविता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। पार्टी महासचिव टी. अरविंद राव और सोमू भारत कुमार ने मंगलवार को जारी बयान में बताया कि पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने यह निर्णय लिया। BRS Suspension News
बयान के अनुसार, बीआरएस नेतृत्व ने कविता के हाल के बयानों और उनके आचरण को गंभीरता से लिया, क्योंकि इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुँच रहा था। बताया गया कि केसीआर ने सोमवार को वरिष्ठ नेताओं के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका से लौटने के कुछ ही समय बाद कविता ने अपने चचेरे भाई और पूर्व मंत्री टी. हरीश राव, पूर्व सांसद जे. संतोष कुमार और पूर्व राज्यसभा सदस्य मेघा कृष्ण रेड्डी पर तीखे आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि इन नेताओं की गतिविधियों ने केसीआर की साख को धूमिल किया और उनके खिलाफ सीबीआई जाँच की नौबत आई।
सीबीआई जाँच से उन्हें गहरा आघात पहुँचा
कविता ने सीधे सवाल उठाया कि कालेश्वरम परियोजना में अनियमितताओं के मामले में पाँच वर्ष तक सिंचाई मंत्री रहे हरीश राव की भूमिका क्यों नज़रअंदाज़ की जा रही है। उनका आरोप था कि केसीआर जहाँ जनता के लिए योजनाएँ बना रहे थे, वहीं उनके आस-पास के लोग व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए ठेकेदारों से मिलीभगत कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के भीतर वर्षों तक साजिशों और व्यक्तिगत हमलों का सामना करने के बावजूद उन्होंने चुप्पी साधे रखी। लेकिन सीबीआई जाँच से उन्हें गहरा आघात पहुँचा है। BRS Suspension News
कविता पर की गई यह कार्रवाई उस घटना के बाद हुई है जब तीन महीने पूर्व केसीआर को लिखा गया उनका आंतरिक पत्र सार्वजनिक हो गया था। उस समय भी उन्होंने आरोप लगाया था कि केसीआर के नज़दीकी लोग ही इस लीक के लिए ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने टिप्पणी की थी कि “केसीआर एक देवता हैं, जो दुष्टों से घिरे हुए हैं।”
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में निज़ामाबाद संसदीय क्षेत्र से मिली हार का ठीकरा भी कविता ने पार्टी नेताओं के एक वर्ग पर फोड़ा था। हाल के महीनों में वे तेलंगाना जागृति नामक सांस्कृतिक संगठन के माध्यम से विभिन्न मुद्दों पर लगातार विरोध-प्रदर्शन आयोजित कर रही थीं। BRS Suspension News