
नई दिल्ली। इस माह की शुरुआत में प्रशांत महासागर में आग की चपेट में आया मॉर्निंग मिडास नामक एक कार्गो जहाज अब समुद्र में डूब गया है। जहाज के प्रबंधकों ने पुष्टि की है कि यह घटना 23 जून को घटी, जब जहाज समुद्र तल से लगभग 5,000 मीटर गहराई में और तट से 360 समुद्री मील की दूरी पर जलमग्न हो गया। Cargo Ship Accident
इस जहाज में लगभग 3,000 वाहन लदे हुए थे, जिनमें करीब 800 इलेक्ट्रिक वाहन शामिल थे। इलेक्ट्रिक वाहनों में प्रयुक्त लिथियम-आयन बैटरियाँ सामान्य स्थिति में सुरक्षित होती हैं, लेकिन क्षतिग्रस्त होने पर वे अत्यधिक गर्म होकर आग पकड़ सकती हैं। कार्गो प्रबंधन कंपनी ज़ोडिएक मैरीटाइम ने बताया कि आग लगने की घटना के बाद जहाज में पानी भरना शुरू हो गया था, और खराब मौसम ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। अंततः जहाज को नियंत्रण में नहीं लाया जा सका और यह पूरी तरह डूब गया।
मॉर्निंग मिडास अलास्का के एलेउटियन द्वीपों के निकट था जहाज
यह हादसा 23 जून को उस समय शुरू हुआ जब मॉर्निंग मिडास अलास्का के एलेउटियन द्वीपों के निकट था। जहाज के एक डेक से धुएँ का गुबार उठता देखा गया, जिससे यह संदेह हुआ कि आग इलेक्ट्रिक वाहनों से शुरू हुई हो सकती है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चालक दल के 22 सदस्यों को जहाज छोड़ना पड़ा। सभी को सुरक्षित रूप से बचा लिया गया।
इस दुर्घटना के संबंध में अमेरिकी तट रक्षक और अन्य आपातकालीन एजेंसियाँ तुरंत सक्रिय हो गईं। एक टगबोट को अग्निशमन और सहायता कार्यों के लिए तैनात किया गया था। मॉर्निंग मिडास नामक यह 600 फुट लंबा जहाज वर्ष 2006 में निर्मित हुआ था और यह लाइबेरिया के ध्वज तले परिचालित हो रहा था। यह जहाज 26 मई को चीन के यंताई बंदरगाह से चला था और इसकी अंतिम मंज़िल मैक्सिको का प्रशांत तटीय बंदरगाह लाज़ारो कार्डेनास थी। Cargo Ship Accident