छुट्टियों में बच्चों को मिलेगा खास होमवर्क

School Holiday

छात्र होमवर्क से अपने रीति-रिवाजों के साथ समझेंगे अपनी संस्कृति

  • पारंपरिक खेलों को भी जानेंगे, परिवार के साथ बिताएंगे समय

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। सरकारी स्कूलों के छात्रों को गर्मी की छुट्टियों (School Holiday) में इस बार एक्टिविटी वेस्ड होमवर्क मिलेगा। इस होमवर्क से बच्चे अपने आसपास के माहौल के बारे में काफी कुछ सीखेंगे। उन्हें विषय को रटने व लिखने में घंटों बर्बाद नहीं करना होगा, बल्कि चीजों को समझेंगे। उसके बाद हर एक्टिविटी को नोट करके छुट्टियां खत्म होने के बाद कक्षाओं में दिखाएंगे। छुट्टियों में मिलने वाला यह होमवर्क इस बार काफी खास होगा। छात्र अपने रीति-रिवाजों के साथ अपनी संस्कृति को भी समझाएंगे। साथ ही साथ अपने परिवार को भी समय देंगे। प्राइमरी स्तर के लिए अलग से होमवर्क होगा।

तो पहीं मिडल व सीनियर कक्षाओं के लिए भी अलग फॉर्मेट से होमवर्क देने की तैयारी की जा रही है। इस होमवर्क में छात्र अपना पारंपरिक खेलों को भी जानेंगे। इसके साथ ही जून के महीने में किस दिन बादल छाए, कब बारिश हुई, वातावरण में बदलाव के बारे में इसके माध्यम से समझाया जाएगा। इसके अलावा अपने परिवार के सदस्यों के मोबाइल नंबर याद करने के साथ-साथ बिजली मीटर की साप्ताहिक रीडिंग और बिजली उपकरणों के नाम भी याद करेंगे।

बस स्टैंड, मंडियों व रेलवे स्टेशन का करेंगे भ्रमण | (School Holiday)

दादा-दादी, नाना-नानी से पूछकर फैमली ट्री बनाएंगे। इसके साथ ही धार्मिक गीत, भजन और चुटकुले भी याद करेंगे। छुट्टियों के दौरान पक्षियों के लिए दाने व पानी की व्यवस्था भी करेंगे। इसके बारे में छुट्टियां खत्म होने के बाद वह बताएंगे। समाचार पत्रों से खिलाड़ियों की तस्वीरें, नाम व खेल की जानकारी भी लेंगे। घर में मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप का कितना उपयोग किया, इसका रिकॉर्ड भी बनाना होगा। डाकघर से लेकर बैंक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मंडियों का भी भ्रमण करेंगे। वहीं सरपंच से लेकर विधायक, खेलमंत्री, सीएम, पीएम, गवर्नर, राष्ट्रपति का नाम भी छुट्टियों में छात्रों को याद करने होंगे।

सरकारी स्कूलों के सीनियर कक्षा के छात्रों को टैबलेट दिए गए हैं। ऐसे में इन छुट्टियों में छात्र ई-अधिगम योजना के तहत टैबलेट के माध्यम से घर बैठे आॅनलाइन पढ़ाई करने के साथ-साथ अपना होमवर्क भी पूरा करेंगे। जिसे लेकर एक शैड्यूल भी जारी किया गया है। प्रतिदिन 4 घंटे बच्चों को पढ़ाई करनी होगी। वहीं रोजाना विषयवार होमवर्क के साथ-साथ हर सप्ताह में दो टेस्ट भी लिए जाएंगे। जो छात्रों को निर्धारित समय में पूरे करके सबमिट करने होंगे।

हर स्तर के छात्रों के लिए छुट्टियों में खेलकूद के साथ-साथ पढ़ाई भी जरूरी होगी। ऐसे में प्राइमरी स्तर के छात्रों को एक्टिविटी वाला होमवर्क मिलेगा तो सीनियर कक्षा के छात्रों को टैबलेट के माध्यम से इस दौरान अपनी पढ़ाई करनी होगी।                                                                          बूटाराम, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरसा।

यह भी पढ़ें:– इनकम का कोई सोर्स नहीं, फैमिली आईडी में इनकम 2.50 लाख