Haryana Vidhan Sabha: चंडीगढ़, सच कहूँ /देवीलाल बारना। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना और 100 गज तक के प्लॉट पर स्टांप ड्यूटी आज से जीरो हो जाएगी। इससे पूर्व क्लेक्टर रेट बढाने पर विपक्ष ने हंगामा किया। इस पर मुख्यमँत्री नायब सैनी ने कहा कि हमारी सरकार में जिन जगहों की जमीनों में 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, हमने वहां 50 प्रतिशत तक कलेक्टर रेट की बढ़ोतरी की है। इसके बावजूद अभी भी जमीनों के बाजारी मूल्य से कलेक्टर रेट काफी कम हैं। विपक्ष के हंगामे के दौरान सीएम ने कहा वर्ष 2008 में 300 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। 2011 और 12 में 220 प्रतिशत कलेक्टर रेट बढ़ाए गए। 2012 और 13 में 230 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछली सरकारों में कलेक्टर रेट तय करने का कोई फॉर्मूला नहीं था। बिल्डरों और भूमाफियों को फायदा पहुंचाया गया है। किसान मरता रहता था। हमने तो एक फॉर्मूले के तहत प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में कलेक्टर रेट बढ़ाए। प्रदेश में 72.8 प्रतिशत ऐसा एरिया है, जहां सिर्फ 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह बदलाव हमारी सरकार ने एक सही तरीके से फॉर्मूले पर किया है।
यंू तो बता दो, बेचने वाले को दिक्कत है या खरीदने वाले को | Haryana Vidhan Sabha
जब रेट बढ़ाए जाने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई तो मुख्यमँत्री सैनी ने कहा कि पहले न्यू तो बता दो अक रेट बढ़ने से खरीदने वालों को दिक्कत है या बेचने वालो को। सीएम ने कहा कि कलेक्टर रेट बढ़ाने को लेकर जो आवाज उठा रहे हैं, वह गरीब की आवाज नहीं है। हमने गौशालाओं की खरीद फरोख्त पर स्टांप ड्यूटी हटाकर एक प्रतिशत किया। अब इस पर कोई पैसा नहीं लगता। कलेक्टर रेट बढ़ाने की ये हर साल होने वाले प्रक्रिया है। हमने कुछ नया नहीं किया। सीएम ने कहा हमारे विपक्ष के साथी जो हल्ला मचा रहे हैं, मैं ये पूछना चाहता हूं कि प्रॉपर्टी खरीदने वाले को दिक्कत है या बेचने वाले को है। प्रॉपर्टी का जो कलेक्टर रेट वो तो देना होगा। इतना तो जरूर है कि सरकार ने इस नंबर दो के पैसे को बंद कर दिया है। किसान कलेक्टर रेट बढ़ाने की मांग कर रहा है। एनसीआर के किसान भी रेट बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। जहां तक मेरे ध्यान में है बेचने वाले को कोई दिक्कत नहीं है।
पिछली सरकारों ने कलेक्टर रेट में बेतहाशा वृद्धि की: मुख्यमँत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि 28 नवंबर 1990 से हर साल कलेक्टर रेट निर्धारित होने लगे। तब से लेकर आज तक हर साल कलेक्टर रेट बढ़ाए गए। इन दिनों ये रौला पड़ा है कि बहुत ज्यादा कलेक्टर रेट बढ़ गए हैं। मैं बताना चाहता हूँ कि 2004 से 2005 के बीच 23.83 प्रतिशत की कलेक्टर रेट बढ़ाए गए। इसके बाद 24.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके बाद 2014 में 11.31 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इन आंकड़ों को देखें तो ये पता चलता है कि पिछली सरकारों ने कलेक्टर रेट में बेतहाशा वृद्धि की है। अगर हम इनके 10 साल के आंकड़ों को देखें तो 25 प्रतिशत के करीब वृद्धि हुई है। जबकि हमारे 10 सालों में मात्र 9 फीसदी की वृद्धि हुई है।
हुड्डा की बात सुन हँसे सीएम
अपनी बात के दौरान मुख्यमंत्री सैनी ने भूपेंद्र हुड्डा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपे हल्के के गांव के सरपंच सतनारायण 15-20 लोगों को लेकर मुझसे मिले थे कि हमारे एरिया का क्लेक्टर रेट बढ़ाया जाए। इस हुड्डा ने कहा कि उनको चाय पिलाई या नहीं। इस मुख्यमंत्री हँसने लगे और बोले कि हां-हां चाय पिला कै भेज्या, कमाल की बात है। इस बात पर सदन में सभी हँसने लगे।