
गाजियाबाद (सच कहूं/रविंद्र सिंह)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार स्थित सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) में जनपद के पहले डाटा सेंटर का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री सुबह सीईएल पहुंचें। और जिले के पेज डाटा सेंटर का शिलान्यास किया। इसके बाद कैलाश मानसरोवर भवन में समीक्षा बैठक जारी। बता दें कि सीईएल ने पिछले वर्ष स्थापना दिवस पर स्वर्ण जयंती समारोह की शुरुआत की थी। इस बार 26 जून को सीईएल के 50 साल पूरे होने पर सालभर चले समारोह का समापन हुआ।
इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। यहां 100 फीट ऊंचे तिरंगा का भी उद्द्घाटन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जितेंद्र सिंह और कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा,प्रभारी मंत्री अरुण असीम, मंत्री नरेंद्र कश्यप,विधायक अजितपाल त्यागी और विधायक संजीव कुमार शर्मा भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन पहुंचें, जहां यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्री रुके हुए हैं। वहां अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की। और मीडिया से भी रूबरू हुए।

हजारों संस्थानों का डाटा सुरक्षित रखा जा सकेगा
सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड(सीईएल)गाजियाबाद
साहिबाबाद में एक से दो मेगावाट की क्षमता वाला डाटा सेंटर बनाया जाएगा ।
डाटा सेंटर के निर्माण कार्य पर
18 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
कार्यक्रम के दौरान100 फीट ऊंचा तिरंगा का उद्घाटन भी किया
यह होता है डाटा सेंटर
सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस लिमिटेड के साथ मिलकर अपने परिसर में डाटा सेंटर तैयार कर रही है। सीईएल के अध्यक्ष चेतन प्रकाश जैन ने बताया कि डाटा सेंटर कंप्यूटर, सर्वर, स्टोरेज सिस्टम और नेटवर्क आदि उपकरणों की मदद से एक इमारत में आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाता है। यहां बड़ी मात्रा में डाटा को सुरक्षित रखा जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसको बनाने में ज्यादा लागत आती है। औद्योगिक इकाइयों के साथ विभिन्न कंपनियां और बैंक भी आईटी कंपनियों से डाटा स्टोरेज खरीदती है। सीईएल में बनने वाले डाटा सेंटर की लागत करीब 18 करोड़ रुपये है। यह एक से दी मेगावाट की क्षमता वाला होगा, जहां हजारों संस्थान का डाटा सुरक्षित रखा जा सकेगा।
आईटी सेक्टर को भी मिल सकेगा बढ़ावा
अधिकारियों के अनुसार, सीईएल में बनने वाला यह डाटा सेंटर जिले का पहला होगा। नोएडा में ऐसे कई डाटा सेंटर हैं, लेकिन यह गाजियाबाद में पहला डाटा सेंटर होगा, जहां निजी कंपनियां अपना डाटा सुरक्षित रख सकेंगी। इस डाटा सेंटर के बनने से गाजियाबाद में आईटी सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
ये खास सुविधाएं मिलेंगी
अधिकारियों ने बताया कि डाटा सेंटर में निजी कंपनियों के साथ कोई भी अपना डाटा रखने की सेवा ले सकेगा। निश्चित शुल्क के बदले डाटा रखा जाएगा। डाटा को सिर्फ रखने की सुविधा नहीं होगी, बल्कि इसे प्रबंधित और संसाधित (प्रोसेस) करने की भी सुविधा मिलेगी। यहां डाटा रखने वालों को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आपदा में भी डाटा सुरक्षित रहेगा
डाटा सेंटर डाटा को सुरक्षित रखने, बैकअप लेने और आपदाओं से बचाने में मदद करता है। खास बात यह है कि बाढ़, भूकंप समेत कोई भी आपदा आती है तो उसमें भौतिक रूप से चाहे जितना भी नुकसान हो,लेकिन डाटा सुरक्षित रहता है।