Cold Wave Alert: उत्तर भारत में कोल्ड वेव और घने कोहरे का कहर: आईएमडी ने जारी किया अलर्ट, सतर्क रहें हरियाणा-पंजाब से हिमाचल तक

cold wave alert
Cold Wave Alert: उत्तर भारत में कोल्ड वेव और घने कोहरे का कहर: आईएमडी ने जारी किया अलर्ट, सतर्क रहें हरियाणा-पंजाब से हिमाचल तक

Cold Wave Alert in Haryana: नई दिल्ली सच कहूँ/संदीप सिंहमार। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत में ठंडी लहर और घने कोहरे की चेतावनी जारी की है, जो हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार 15 से 19 दिसंबर तक सुबह के समय घना कोहरा और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इन राज्यों में दृश्यता शून्य के करीब पहुंच सकती है, जिससे सड़क हादसे, उड़ान विलंब और कृषि को नुकसान हो सकता है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड बढ़ रही है। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 15-16 दिसंबर को सुबह घना कोहरा छाएगा, जबकि उत्तर प्रदेश में 15 दिसंबर को बहुत घना कोहरा और 16 तारीख तक अलग-अलग स्थानों पर इसका असर रहेगा। हिमाचल प्रदेश में 15-17 दिसंबर तक कोहरा तथा राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में कड़ाकी ठंड का प्रकोप रहेगा। इन क्षेत्रों में तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री नीचे गिर सकता है, खासकर रात और सुबह के समय।

दक्षिण भारत में भी तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक और उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में कोल्ड वेव तथा पूर्वोत्तर भारत में 15-19 दिसंबर तक कोहरा रहेगा, लेकिन उत्तर भारत पर प्रभाव सबसे अधिक है। आईएमडी के विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति कृषि फसलों, विशेष रूप से गेहूं और सब्जियों को नुकसान पहुंचा सकती है।

ठंड और कोहरे से बचाव के उपाय: ये सावधानियां अपनाएं | Cold Wave Alert in Haryana

इस मौसम में स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाते हैं, इसलिए आईएमडी और स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह का पालन करें। यहां प्रमुख सावधानियां हैं: सुबह 5 से 10 बजे तक अनावश्यक यात्रा टालें। फॉग लाइट्स चालू रखें, धीमी गति से ड्राइव करें और फॉलो-मी लाइट्स का उपयोग करें। ट्रेन और फ्लाइट अपडेट चेक करें। फसलों को ठंड से बचाने के लिए पॉलीथिन शीट या धुआं करें। सिंचाई कम रखें, पशुओं को गर्म आश्रय दें। गेहूं की फसल पर नजर रखें।गर्म कपड़े लेयर में पहनें, सिर-कान ढकें। सांस रोगियों को घर पर रहें, भाप लें। बच्चे और बुजुर्गों को गर्म रखें, हाइड्रेटेड रहें। घर में हीटर का अधिक उपयोग न करें, वेंटिलेशन रखें। एक्यूआई चेक करें, मास्क पहनें। बिजली-पानी की बचत करें। पर ठंड के मौसम में भी पानी का सेवन नियमित रूप से करते रहना चाहिए इससे बॉडी का टेंपरेचर सामान्य बनाने में मदद मिलती है।