Commutation Of Pension: पेंशनधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी, 15 साल के बाद नहीं होगी पेंशन में कटौती, मिलेगी पूरी पेंशन

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Commutation Of Pension: पेंशनधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी, 15 साल के बाद नहीं होगी पेंशन में कटौती, मिलेगी पूरी पेंशन

Commutation Of Pension: सीसीएस पेंशन नियम 1981 के अनुसार कम्युटेशन की बहाली के 15 साल पूरी हो जाने के बाद पेंशनधारकों को पूरी पेंशन मिलनी चाहिए, लेकिन ऐसा देखा गया है कि 15 साल बीत जाने के बाद भी उनकी पेंशन से कटौती की जाती है, ऐसे में इस बात को लेकर पेंशनभोगी संगठनों की बैठक केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ हुई थी और इस मुद्दे को इस बैठक में उठाया गया था। आपको बता दें की 33वीं स्कोवा की बैठक में पेंशनधारको के महत्वपूर्ण मुद्दों के ऊपर चर्चा की गई, उसमें से एक बड़ा मुद्दा था, कम्यूटेशन बहाली का…तो चलिए जानते है कि इस मुद्दे को लेकर बैठक में क्या-क्या हुआ।

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क्या है कम्युटेशन?

आपको बता दें कि कर्मचारी जब रिटायर होते हैं, तो उनको ऑप्शन मिलता हैं कि वे अपनी पेंशन को बेच सकते हैं, ऐसे में अगर वे अपनी पेंशन को बेचते हैं तो उनके एक साथ अच्छा खासा पैसा मिल जाता है, लेकिन उनकी पेंशन में से हर महीने कटौती होती रहती है और ये कटौती पूरे 15 साल तक लगातार होती रहती हैं। 15 साल के बाद कर्मचारी को पूरी पेंशन मिलनी शुरू होती है।

कम्युटेशन की लगातार होती रहती हैं कटौती

वहीं नियम के अनुसार कम्यूटेशन की अवधि 15 साल पूरी होने के बाद कटौती बंद हो जानी चाहिए, और पूरी पेंशन मिलनी शुरू हो जानी चाहिए, लेकिन उनकी पेंशन में से कटौती होती रहती हैं। कभी-कभी तो 1 से 2 साल लगातार कटौती होती ही रहती हैं, ऐसे में पेंशनभोगी जो 2007 से लेकर 2008 के दौरान 6वें वेतन आयोग के बीच में रिटायर हुए थे, तो ऐसे पेंशनभोगियों के साथ ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती रहती हैं, इसके साथ-साथ स्पर्श में माइग्रेशन के कारण भी ऐसी समस्या देखने को मिल रही हैं।

15 साल के बाद कम्युटेशन की होगी कटौती बंद

इस समस्या को देखते हुए इस बैठक में पेंशनभोगी संगठनों ने मांग की है कि 15 साल बीत जाने के बाद पेंशनधारकों की पेंशन में से कटौती नहीं होनी चाहिए, उनको पूरी पेंशन मिलनी चाहिए, अगर फिर भी कटौती बंद नहीं की जाती है, तो जिन पैसों की कटौती की जाती हैं उसका भुगतान पेंशनभोगी को ब्याज के साथ किया जाए।

स्पर्श के कारण है ये समस्या

इस समस्या के जवाब में पीसीडीए के कंट्रोलर श्री श्याम देव ने कहां कि यह समस्या डिफेंस पेंशनभोगियों में ज्यादा देखने को मिल रही हैं, 2020 में स्पर्श पोर्टल जब लाया गया तब पेंशनभोगियों का डाटा बेंक से स्पर्श में माइग्रेट किया गया, बैंक से जब वे स्पर्श में माइग्रेट हुए तो ऐसी समस्या देखने को मिल रही है। स्पर्श में गलत कम्युटेशन बहाली की तारीख डालने की वजह से ऐसी समस्या आ रही हैं।

अधिक पैसे की कटौती को किया जाए वापस

पीसीडीए के अधिकारी ने बताया कि लगभग 7.22 लाख पेंशनभोगियों का माइग्रोशन बैंक से स्पर्श में किया जा चुका हैं, जिसमें 6 लाख पेंशनभोगियों के तारीख को सही किया गया हैं, बाकि 1.22 लाख केस पेंडिंग हैं जिस पर काम चालू हैं, इसके साथ ही पीसीडीए के अधिकारी ने बताया कि जो अधिक पैसे की कटौती हो गई हैं, तो उसका भुगतान पेंशनभोगियों को वापस कर दिया जाएगा, लेकिन ब्याज नहीं मिलेगा।

ठीक की जाए सभी पेंशभोगियों की तारीख

जब एसबीआई के अधिकारी से पूछा गया कि पेंशनभोगियों का कम्यूटेशन बहाली की तारीख गलत क्यों हैं? तो इस पर एसबीआई के अधिकारी ने बताया कि उनके पास जो डाटा था वहीं डाटा उन्होंने मिनिस्ट्री आप डिफेंस को भेज दिया था और मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की जिम्मेदारी बनती हैं कि वे उस डाटा को देखें और जो गलत है उसको सही करें।

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