Ujjain IPL Disrupt: आईपीएल में बांग्लादेशी खिलाड़ी शामिल करने को लेकर छिड़ा विवाद, साधुओं ने दे डाली ये धमकी

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Ujjain IPL Disrupt: आईपीएल में बांग्लादेशी खिलाड़ी शामिल करने को लेकर छिड़ा विवाद, साधुओं ने दे डाली ये धमकी

Ujjain IPL Disrupt: उज्जैन। आईपीएल 2025 की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) द्वारा बांग्लादेश के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को टीम में शामिल किए जाने के बाद उज्जैन में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के विरुद्ध हो रही हिंसक घटनाओं को लेकर आक्रोश जताते हुए कुछ साधु-संतों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है और लीग के दौरान खिलाड़ी को मैदान में उतारे जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। Ujjain IPL News

हाल के दिनों में बांग्लादेश में ईशनिंदा के आरोपों से जुड़ी हिंसक घटनाओं के बाद भारत में कई धार्मिक संगठनों और संत समाज में असंतोष देखा जा रहा है। उज्जैन स्थित ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी महावीर नाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसी परिस्थितियों में बांग्लादेशी खिलाड़ियों को भारत में क्रिकेट खेलने की अनुमति कैसे दी जा सकती है।

उल्लेखनीय है कि आईपीएल नीलामी में केकेआर ने मुस्तफिजुर रहमान को 9.20 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीदा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ समूहों द्वारा केकेआर के बहिष्कार की अपीलें भी सामने आई हैं। बांग्लादेश में 18 दिसंबर को मैमनसिंह जिले के भालुका उपजिला में एक हिंदू कपड़ा मजदूर दीपू चंद्र दास की मौत का मामला सामने आया था। आरोप है कि कार्यस्थल पर उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया और भीड़ ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया। बाद में जांच एजेंसियों ने बताया कि आरोपों की पुष्टि के ठोस प्रमाण नहीं मिले, जबकि कई लोगों को हिरासत में लिया गया। अंतरिम सरकार ने भी इस घटना की निंदा की थी।

इसके बाद 24 दिसंबर को राजबाड़ी जिले के पंग्शा क्षेत्र में अमृत मंडल नामक एक अन्य हिंदू युवक के साथ हिंसा की घटना सामने आई। उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इन घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए बागेश्वर धाम के आध्यात्मिक गुरु धीरेंद्र शास्त्री ने रायपुर प्रवास के दौरान इन्हें दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यदि सरकारी स्तर पर प्रभावी हस्तक्षेप नहीं हुआ, तो बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति और भी चिंताजनक हो सकती है। उन्होंने यह भी मांग की कि भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजा जाए तथा यदि वहां हिंदू सुरक्षित नहीं हैं, तो उन्हें भारत में संरक्षण दिया जाना चाहिए। Ujjain IPL News