चर्चित आरा कोर्ट ब्लास्ट केस के सजायाफ्ता कैदी की जेल में मौत

Prisoner
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उम्रकैद की सजा काट रहा था प्रमोद  | Prisoner

भोजपुर (एजेंसी)। सोमवार सुबह बिहार के बहुचर्चित आरा कोर्ट बम विस्फोट कांड के सजायाफ्ता कैदी (Prisoner) प्रमोद सिंह की अचानक मौत हो गई। सदर अस्पताल, आरा के इमरजेंसी कक्ष में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, जेल प्रशासन का कहना कि हार्ट अटैक से कैदी की मौत हुई है। वहीं जिलाधिकारी के आदेश पर मजिस्ट्रेट की निगरानी में बोर्ड गठित कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। सूचना मिलने पर कैदी के परिजन और सगे-संबंधी अस्पताल पहुंचे। मृतक प्रमोद सिंह सहार थाना क्षेत्र के एकवारी गांव का रहने वाला था। ब्लास्ट केस में उसे सश्रम उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। बताया जा रहा है कि रात को प्रमोद सिंह सो गया था। सोमवार सुबह उसके नहीं जागने पर जेलकर्मी देखने पहुंचे थे। जब वह जगाने पर भी नहीं उठा तो प्रमोद को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

ये था पूरा मामला

  • 23 जनवरी 2015 को आरा की सिविल कोर्ट परिसर में बम ब्लास्ट हुआ
  • विस्फोट में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हुए।
  • ब्लास्ट करने वाली संदिग्ध महिला की पहचान यूपी के बलिया की रहने वाली नगीना देवी रूप में हुई।
  • पुलिस ने नगीना सहित 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया
  • कांड में पीरो के पूर्व विधायक सुनील पांडेय का भी नाम आया
  • पिछले साल कोर्ट ने 7 लोगों को मामले में दोषी ठहराया
  • कुख्यात लम्बू शर्मा को मौत की सजा सुनाई
  • मृतक प्रमोद सिंह, अखिलेश उपाध्याय, रिंकू यादव, चांद मियां, नईम मियां, अंशु कुमार और श्याम विनय शर्मा को सश्रम उम्रकैद की सजा सुनाई
  • पूर्व विधायक सुनील को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया

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