कड़ाके की ठंड के बावजूद गाय की जिंदगी बचाने के लिए भाखड़ा नहर में कूदे सेवादार

सेवादारों ने भाखड़ा नहर में से गाय को सुरक्षित निकाला बाहर

समाना/पटियाला (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए डेरा श्रद्धालु समय-समय पर अपनी जान की परवाह किए बिना मानवता की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। डेरा श्रद्धालुओं को बस सेवा का पता चलना चाहिए, फिर वह न दिन देखते हैं, न रात व न ही कड़ाके की ठंड। बस जुट जाते हैं इन्सानियत की सेवा करने में। एक ऐसा ही मामला पंजाब के फतेहपुर की भाखड़ा नहर से सामने आया है, जहां एक गाय नहर में गिर गई थी व अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर जान बचाने के लिए दौड़ रही थी।

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हर किसी आने-जाने वाले राहगीर ने गाय को नहर में गिरे हुए तो जरूर देखा, लेकिन किसी ने भी पीड़ित गाय को बचाने की हिम्मत नहीं जुटाई। लेकिन जैसे ही नहर में गाय के गिरने संबंधी डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं को पता चला तो वह तुरंत नहर पर पहुंचे और कड़ाके की ठंड की परवाह किए बिना शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार जरनैल सिंह इन्सां व वीरभान इन्सां अपनी जान जोखिम में डालकर गाय को बचाने के लिए भाखड़ा नहर में कूद गए व कुछ समय बाद ही उन्होंने गाय को नहर में से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

इस मौके वहां मौजूद लोग डेरा श्रद्धालुओं की इस बहादुरी को देखकर हैरान रह गए। उन्होंने डेरा श्रद्धालुओं की दिल से प्रशंसा की व कहा कि धन्य हैं पूज्य गुरू जी जो सेवादारों को इन्सानियत की राह पर चलने की नेक शिक्षा दे रहे हैं।

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